झारखंड में आतंकी हमले को लेकर अलर्ट, सभी जिलों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

रांची: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र झारखंड में आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। राज्य की स्पेशल ब्रांच ने संभावित खतरे को भांपते हुए एक गोपनीय रिपोर्ट तैयार की है, जिसे पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता और मुख्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपा गया है। रिपोर्ट में पहलगाम जैसी आतंकी घटनाओं की पुनरावृत्ति की संभावना को नकारा नहीं गया है।

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सभी जिलों के एसपी को सौंपा गया विशेष टास्क

रिपोर्ट के आधार पर राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (SP) को सुरक्षा के छह प्रमुख बिंदुओं पर सघन जांच और निगरानी करने का टास्क दिया गया है। सार्वजनिक स्थल जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, पर्यटक स्थल, संवेदनशील प्रतिष्ठान आदि पर नियमित जांच और सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इसके साथ ही प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों की पहचान, उनके नाम और गतिविधियों का पता लगाना, तथा जिलों में रह रहे अवैध प्रवासियों की जानकारी इकट्ठा कर उनकी गतिविधियों पर नजर रखने का कार्य एसपी को सौंपा गया है।

किरायेदार, होटल और आपराधिक गिरोह पर विशेष नजर

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विभिन्न जिलों में रहने वाले किरायेदारों की जानकारी जुटाई जाए, किस घर में कितने किरायेदार रह रहे हैं इसकी पूरी जांच हो। इसके अलावा राज्य के सार्वजनिक स्थलों की सूची तैयार कर वहां विशेष निगरानी रखी जाए। होटलों की संख्या, नाम, पता आदि का ब्योरा तैयार कर समय-समय पर उनकी जांच की जाए।

साथ ही, जिलों में सक्रिय आपराधिक गिरोह और उनसे जुड़े व्यक्तियों की गतिविधियों पर भी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।

साइबर सुरक्षा के लिए विशेष दिशा-निर्देश

भारत-पाक तनाव के मद्देनज़र साइबर हमले की आशंका को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने राज्यभर में साइबर पेट्रोलिंग शुरू कर दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है, जिससे किसी भी अफवाह या दुष्प्रचार को रोका जा सके।

नेताओं की सुरक्षा को लेकर भी सतर्कता

राज्य में सक्रिय प्रमुख नेताओं की सुरक्षा को लेकर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो और समय-समय पर समीक्षा की जाए।

झारखंड पुलिस और विशेष शाखा की सक्रियता से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार आतंकी खतरे को लेकर पूरी तरह सतर्क है और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार है।

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