रांची: देश की सुरक्षा और आपातकालीन तैयारियों को मजबूती देने के उद्देश्य से 7 मई को पूरे भारतवर्ष में व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इस संदर्भ में रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने देशवासियों विशेषकर युवाओं से इसमें सक्रिय भागीदारी करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल सुरक्षा के लिए एक अहम पूर्वाभ्यास है जो न केवल प्रशासनिक तैयारी को परखता है, बल्कि नागरिकों में जागरूकता भी बढ़ाता है।
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मंत्री श्री सेठ ने कहा कि गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा यह मॉक ड्रिल निर्देशित की गई है और इसका उद्देश्य देश के नागरिक सुरक्षा तंत्र की दक्षता का मूल्यांकन करना तथा उसे और अधिक सुदृढ़ बनाना है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई घटना के आलोक में इस अभ्यास का महत्व और भी बढ़ गया है।
उन्होंने बताया कि यह मॉक ड्रिल गांव स्तर तक आयोजित की जाएगी, जिसमें सिविल डिफेंस, वॉलिंटियर्स, होमगार्ड्स, एनसीसी, एनएसएस, एनवायकेएस, स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थी और आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। यह अभ्यास आम लोगों को आपात स्थिति में सही कदम उठाने के लिए तैयार करने का माध्यम है।
मॉक ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरनों का परीक्षण किया जाएगा, साथ ही शत्रुतापूर्ण हमलों की स्थिति में नागरिकों को बचाव के उपायों की जानकारी दी जाएगी। इसमें ब्लैकआउट के उपाय, संवेदनशील प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था, और लोगों की सुरक्षित निकासी की योजना का पूर्वाभ्यास शामिल रहेगा।
श्री सेठ ने कहा, “हमारा देश पहले भी आपातकालीन स्थितियों में मजबूती से खड़ा रहा है। यह मॉक ड्रिल भी उसी तैयारी का एक हिस्सा है, ताकि हर नागरिक संकट की घड़ी में सही कदम उठा सके। युवाओं और विद्यार्थियों को इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेकर देश की सुरक्षा श्रृंखला को मजबूत करना चाहिए।”
रक्षा राज्य मंत्री ने अंत में दोहराया कि नागरिकों की सहभागिता ही इस अभ्यास की सफलता की कुंजी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए एक सतर्क, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभानी चाहिए।