जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है. आम जनता से लेकर सरकार तक हर कोई इस घटना से बेहद आहत और नाराज है. इसी बीच एक चौंकाने वाली खबर झारखंड के धनबाद जिले से सामने आई है, जहां झारखंड एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक युवती समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
झारखंड एटीएस को मिली थी गुप्त सूचना
झारखंड एटीएस को कुछ दिन पहले सूचना मिली थी कि राज्य में कुछ लोग प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़कर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, ये लोग हिज्ब उत-तहरीर (HuT), अलकायदा इन इंडियन सबकॉंटिनेंट (AQIS), और इस्लामिक स्टेट (ISIS) जैसे संगठनों से जुड़े हुए हैं और सोशल मीडिया के जरिये धार्मिक कट्टरता फैलाकर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं.
अवैध हथियारों का कारोबार भी संचालित
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इन आतंकी संगठनों से जुड़े लोग धनबाद जिले में अवैध हथियारों का कारोबार भी चला रहे थे. इन गतिविधियों के जरिए वे न केवल युवाओं को उकसा रहे थे, बल्कि राष्ट्र विरोधी नेटवर्क को मजबूत करने का प्रयास भी कर रहे थे.
धनबाद में एटीएस की बड़ी छापेमारी
गुप्त सूचना के आधार पर शनिवार को झारखंड एटीएस ने धनबाद जिले के विभिन्न संदिग्ध ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इस अभियान के लिए कई टीमों का गठन किया गया था. छापेमारी के दौरान एटीएस ने एक युवती समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार हुए आरोपियों के नाम और पहचान
गिरफ्तार किए गए लोगों में शामिल हैं:
- गुलफाम हसन (21 वर्ष) – पिता फैयाज हुसैन, निवासी अलीनगर, थाना बैंक मोड़, जिला धनबाद.
- आयान जावेद (21 वर्ष) – पिता जावेद आलम, निवासी अमन सोसाइटी, थाना भूली ओपी, जिला धनबाद.
- शहजाद आलम (20 वर्ष) – पिता मिनहाज आलम, निवासी अमन सोसाइटी गेट नं-4, नियर भूली बाईपास ओपी, जिला धनबाद.
- शबनम परवीन (20 वर्ष) – पति आयान जावेद, निवासी शमशेर नगर, गली नं-3, थाना बैंक मोड़, भूली ओपी, जिला धनबाद.
बरामद हुए हथियार और संदिग्ध सामग्री
गिरफ्तारी के दौरान इनके पास से भारी मात्रा में संदिग्ध सामग्री बरामद की गई, जिसमें शामिल हैं:
- दो पिस्टल
- 12 जिंदा कारतूस
- मोबाइल फोन
- लैपटॉप
प्रतिबंधित संगठनों से संबंधित दस्तावेज और पुस्तकें
ये बरामद सामग्री इस बात का संकेत देती है कि आरोपी गंभीर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल थे.
रांची में दर्ज हुआ आपराधिक मामला
गिरफ्तारी के बाद झारखंड एटीएस ने रांची स्थित अपने मुख्यालय में आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है. सभी आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है. पूछताछ के जरिए यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इनका नेटवर्क कितना बड़ा है और इनके संपर्क में और कौन-कौन लोग हैं.
सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को गुमराह करने का आरोप
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को कट्टरपंथी विचारधारा की ओर आकर्षित कर रहे थे. धार्मिक भावनाओं का फायदा उठाकर वे युवाओं को आतंकवादी संगठनों की विचारधारा से जोड़ने की कोशिश कर रहे थे.
पूरे राज्य में बढ़ी सतर्कता
इस घटना के बाद झारखंड समेत पूरे देश में सतर्कता बढ़ा दी गई है. राज्य सरकार ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रहने और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं.
आगे की कार्रवाई जारी
फिलहाल, झारखंड एटीएस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है. आरोपियों से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि इनका पहलगाम आतंकी हमले से सीधा संबंध था या नहीं.