झारखंड में अलकायदा मॉड्यूल बेनकाब, ‘बिग कैट’ के इशारे पर रची गई साजिश……

झारखंड में अलकायदा के एक खतरनाक मॉड्यूल का खुलासा हुआ है, जिसे ‘बिग कैट’ नाम के कोड वाले एक व्यक्ति ने रांची के रेडियोलॉजिस्ट डॉ. इश्तियाक अहमद के साथ मिलकर तैयार किया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में पहली पूरक चार्जशीट पटियाला हाउस कोर्ट में दाखिल कर दी है. इसमें झारखंड के 11 लोगों के नाम शामिल हैं, जो कथित रूप से भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे. चार्जशीट के अनुसार, ‘बिग कैट’ नामक व्यक्ति ने भारत के अलग-अलग हिस्सों में हो रही सांप्रदायिक घटनाओं और मॉब लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र करते हुए जिहाद के लिए युवाओं को मानसिक रूप से तैयार करने की योजना बनाई. उसने हथियार और गोला-बारूद खरीदने के लिए भी प्रेरित किया. यही नहीं, पीएम किसान योजना के तहत मिले सरकारी पैसे का इस्तेमाल भी हथियारों की खरीद के लिए किया गया.

2021 में हुई थी बिग कैट से मुलाकात

डॉ. इश्तियाक अहमद, जो रांची के एक निजी अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट थे, उनकी 2021 में टेलीग्राम एप के जरिए ‘बिग कैट’ से बातचीत शुरू हुई. बातचीत के दौरान भारतीय मुसलमानों पर हो रहे कथित अत्याचारों को लेकर दोनों में बदले की कार्रवाई की बातें होती थीं. इसके बाद ‘बिग कैट’ ने डॉ. इश्तियाक को जिहाद के लिए और लोगों को शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार करने का जिम्मा सौंपा.

हथियार खरीदने के लिए भेजा गया हजारीबाग

चार्जशीट में दावा किया गया है कि ‘बिग कैट’ ने एक हथियार डीलर को हजारीबाग भेजा, जहां डॉ. इश्तियाक ने 5-6 लाख रुपये में एके-47 खरीदने की डील फाइनल की. हथियारों की खरीद और प्रशिक्षण की जिम्मेदारी लेने वाले आरोपी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में शारीरिक प्रशिक्षण और राजस्थान-हरियाणा की सीमा पर भिवाड़ी में हथियार चलाने का प्रशिक्षण ले रहे थे. स्पेशल सेल का कहना है कि इन्होंने वहां किराए के मकान में रहकर साजिश को अंजाम देने की तैयारी की थी.

21 अगस्त 2023 को मिला था प्रशिक्षण, अगले दिन हुई गिरफ्तारी

चार्जशीट में बताया गया है कि 21 अगस्त 2023 को इन सभी को डमी हथियारों का प्रशिक्षण दिया गया था. अगले ही दिन यानी 22 अगस्त को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इन्हें गिरफ्तार किया. इनके पास से गोलियां, पिस्टल, हथगोले, राइफल और बम बनाने का सामान बरामद हुआ.

रांची के 11 युवक शामिल

इस मॉड्यूल में शामिल जिन 11 लोगों की पहचान हुई है, वे सभी झारखंड के रांची जिले से हैं.

इनके नाम हैं:

1. एनामुल अंसारी (32)

2. शाहबाज अंसारी (32)

3. अल्ताफ अंसारी (35)

4. हसन अंसारी (32)

5. अरशद खान (26)

6. उमर फारूक (20)

7. डॉ. इश्तियाक अहमद उर्फ कैप्टन (49)

8. मोहम्मद रिजवान (40)

9. मोती-उर-रहमान (40)

10. मोहम्मद रहमानतुल्ला (30)

11. फैजान अहमद (47)

इन सभी पर विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया गया है. स्पेशल सेल ने चार्जशीट में यह भी बताया कि आरोपी एकांत जगहों पर आश्रय स्थल बनाकर युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित कर रहे थे.

सरकार से मांगी गई यूएपीए की मंजूरी

स्पेशल सेल ने यूएपीए की धारा 45 के तहत आगे की कार्रवाई के लिए सरकार से अनुमति मांगी है. पूरक चार्जशीट को मुख्य चार्जशीट के साथ संलग्न किया गया है. अधिकारियों का कहना है कि इस नेटवर्क की गहराई बहुत अधिक है और आने वाले दिनों में इसमें और भी नाम सामने आ सकते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

×