झारखंड की प्रख्यात नेत्र सर्जन और नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित डॉ भारती कश्यप को एक और बड़ी जिम्मेदारी मिली है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) झारखंड की वीमेंस डॉक्टर्स विंग को राज्य में चल रहे सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान का आधिकारिक पार्टनर घोषित किया है. यह करार स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी की उपस्थिति में हुआ, जिन्होंने इस अवसर पर डॉ भारती कश्यप की जमकर सराहना की.
IMA वीमेंस विंग को पहली बार मिली इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी
यह पहला मौका है जब IMA की महिला डॉक्टरों की शाखा को किसी राष्ट्रीय स्तर के स्वास्थ्य अभियान में इतनी अहम भूमिका दी गई है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने डॉ भारती कश्यप को एमओयू सौंपते हुए कहा कि यह साझेदारी वर्षों से लंबित थी, जिसे अब धरातल पर उतार दिया गया है. उन्होंने कहा कि NHM और IMA का यह संयुक्त प्रयास देशभर में एक ऐतिहासिक और कारगर मॉडल बनकर उभरेगा और दूसरे राज्यों के लिए भी एक मिसाल साबित होगा.
स्वास्थ्य मंत्री का निर्देश – सभी जिलों में चले स्क्रीनिंग अभियान
डॉ इरफान अंसारी ने इस अवसर पर यह भी घोषणा की कि राज्य के सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिया जाएगा कि वे अपने-अपने जिलों में सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग का व्यापक अभियान चलाएं. उन्होंने यह भी कहा कि जो अधिकारी राज्य हित में काम करेंगे, उन्हें इनाम मिलेगा, लेकिन जो गलत जानकारी देंगे या काम में लापरवाही करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
झारखंड मॉडल बना राष्ट्रीय उदाहरण
डॉ भारती कश्यप के नेतृत्व में राज्य में वर्ष 2021 में झारखंड मॉडल की शुरुआत हुई थी. इस मॉडल के तहत 5 लाख से ज्यादा प्रजनन आयु की महिलाओं की स्क्रीनिंग की गई थी. इसमें 2,792 महिलाओं में सर्वाइकल एरोजन की पहचान हुई, जिन्हें समय रहते क्रायो ट्रीटमेंट देकर नया जीवन दिया गया. डॉ भारती ने बताया कि यदि समय रहते इन मरीजों का इलाज न किया जाता, तो आगे चलकर यही मरीज सर्वाइकल कैंसर की शिकार बन सकती थीं.
प्रदेशभर में तैयार किया गया विशेषज्ञ डॉक्टरों का नेटवर्क
डॉ भारती कश्यप ने जानकारी दी कि देश के वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञों की मदद से राज्य के सभी सरकारी स्त्री रोग विशेषज्ञों को कोल्पोस्कोपी गाइडेड क्रायो ट्रीटमेंट का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. इससे राज्यभर में एक बड़ा और सशक्त मेडिकल नेटवर्क तैयार हुआ है. अब झारखंड के 14 बड़े सरकारी अस्पतालों में डिजिटल कोल्पोस्कोप और क्रायो मशीनें उपलब्ध हैं, जिससे कैंसर की जांच और इलाज की सुविधा बेहतर हुई है.
नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित डॉक्टर भारती का समर्पण
डॉ भारती कश्यप वर्ष 2014 से ही झारखंड के सुदूरवर्ती और आदिवासी इलाकों में कैंप लगाकर महिलाओं की स्वास्थ्य जांच करवा रही हैं. उन्होंने बताया कि अब भी कई जिलों में अपेक्षित स्क्रीनिंग नहीं हो पाई है, जबकि नए केस लगातार सामने आ रहे हैं. इसलिए यह अभियान रुकना नहीं चाहिए. उन्होंने राज्य सरकार के सहयोग से लगातार महिला स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए हैं, जिनमें ऑन-द-स्पॉट इलाज भी किया गया.
सर्वाइकल कैंसर – समय रहते बचाव संभव
सर्वाइकल कैंसर भारत में महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है और हर साल करीब 67,000 महिलाओं की इससे मौत होती है. यह चिंता का विषय इसलिए भी है क्योंकि यह कैंसर समय रहते पूरी तरह रोका जा सकता है. स्क्रीनिंग, जागरूकता और शुरुआती इलाज से इस गंभीर बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है. झारखंड मॉडल इसी उद्देश्य को लेकर आगे बढ़ रहा है और इसे देशभर में सराहा जा रहा है.
अमेरिका में देंगी व्याख्यान
डॉ भारती कश्यप की उपलब्धियों का दायरा अब अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंच चुका है. वह 25 से 30 अप्रैल तक अमेरिका के लॉस एंजेलिस में आयोजित होने वाले अमेरिकन सोसाइटी ऑफ कैटरैक्ट एंड रिफ्रैक्टिव सर्जरी के वार्षिक कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगी. इस सम्मेलन में वह अपने दो रिसर्च पेपर प्रस्तुत करेंगी, जिससे अंतरराष्ट्रीय मंच पर झारखंड मॉडल की सराहना और विस्तार संभव है.