रांची: आदिवासियों के महापर्व सरहुल से पहले राजधानी रांची में केंद्रीय सरना स्थल के सामने फ्लाईओवर का रैंप हटाने की मांग को लेकर रविवार को बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग सड़कों पर उतरे। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई। दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की हुई और कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों से राइफल छीनने की भी कोशिश की। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेडिंग तोड़ते हुए अपनी मांगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन किया।
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बनस तालाब से निकला मार्च
सिरमटोली में बने फ्लाईओवर के रैंप को हटाने की मांग को लेकर आदिवासी समुदाय के लोगों ने ‘केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली बचाओ मोर्चा’ के बैनर तले बहूबाजार स्थित बनस तालाब से मार्च निकाला। पुलिस प्रशासन ने मार्च को रोकने के लिए सड़क पर तीन स्थानों पर बैरिकेडिंग की थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इसे तोड़ते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की।
एसडीओ और सिटी एसपी से हुई बातचीत
मार्च का नेतृत्व पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव कर रही थीं। प्रदर्शनकारियों ने तीनों स्थानों पर बैरिकेडिंग तोड़ दी और सिरमटोली फ्लाईओवर तक पहुंच गए। यहां उनकी मुलाकात एसडीओ और सिटी एसपी से हुई। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार को हर हाल में फ्लाईओवर का रैंप दोनों ही गेटों से हटाना होगा। अधिकारियों ने जवाब दिया कि वे सरकार से बात करने के बाद ही इस मामले में कोई निर्णय ले सकते हैं।
प्रदर्शनकारियों का उग्र रूप
प्रदर्शन के दौरान आदिवासी समाज के लोग उग्र हो गए। पुलिस ने भारी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों से भिड़ने की कोशिश की। कुछ लोगों ने हथौड़े लेकर फ्लाईओवर की साइडवाल तोड़ने की भी कोशिश की। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस बल तैनात रहा। बाद में प्रदर्शनकारी फ्लाईओवर के रैंप पर धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
सरकारी आयोजन पर भी असर
सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा सरहुल पर्व के लिए ‘सरहुल खेले चलब’ कार्यक्रम के तहत फ्लाईओवर के पास मंच बनाया जा रहा था, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने इसका विरोध किया और निर्माण कार्य को रुकवा दिया। आदिवासी समाज के नेताओं ने कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेती।
सरहुल के दौरान विरोध की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सरहुल पर्व के दौरान सरकार के सभी मंत्रियों और विधायकों का विरोध किया जाएगा।
स्थिति पर प्रशासन की नजर
प्रशासन पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि सरकार से चर्चा के बाद ही फ्लाईओवर के रैंप को हटाने पर कोई निर्णय लिया जाएगा।