झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही मंईयां सम्मान योजना के तहत अब तक 18 लाख महिलाओं को एक भी रुपया नहीं मिल पाया है. इसे लेकर भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज ने हेमंत सोरेन सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने इसे महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों के साथ छल और विश्वासघात करार दिया. भाजपा ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द से जल्द महिलाओं को उनकी योजना की राशि नहीं दी गई, तो पार्टी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी.
भाजपा ने सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
भाजपा प्रवक्ता राफिया नाज ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार ने झूठे वादे किए थे कि सभी योग्य महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना की राशि मिलेगी, लेकिन अब तक 18 लाख महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिला. उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली सरकार ने माताओं, बहनों और बेटियों के अधिकारों को कुचल दिया है. राफिया ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि मंईयां सम्मान योजना के तहत सरकार ने हेल्पलाइन नंबर और वेबसाइट लॉन्च किए थे, लेकिन वे अब काम नहीं कर रहे हैं. इस कारण महिलाओं को कहीं से भी कोई मदद नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार महिलाओं को जल्द ही योजना की राशि उपलब्ध नहीं कराती है, तो भाजपा राज्यव्यापी आंदोलन करेगी.
योजना का लाभ नहीं मिलने से महिलाओं में आक्रोश
झारखंड के प्रतापपुर (चतरा) में मंईयां सम्मान योजना का लाभ न मिलने के कारण सैकड़ों महिलाएं सोमवार को प्रखंड कार्यालय पहुंचीं. महिलाओं का कहना था कि उन्होंने सभी आवश्यक दस्तावेज जमा कर दिए हैं, लेकिन फिर भी उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इससे उनमें भारी आक्रोश व्याप्त हो गया. सुबह से ही प्रखंड कार्यालय के बाहर महिलाओं की लंबी कतारें लगी रहीं. वे अधिकारियों से लगातार यह पूछ रही थीं कि आखिर उनके पैसे क्यों नहीं मिल रहे. कुछ महिलाओं ने आरोप लगाया कि अधिकारियों द्वारा बार-बार नए दस्तावेजों की मांग की जा रही है, जबकि वे पहले ही सभी आवश्यक कागजात जमा कर चुकी हैं. महिलाओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह एक ओर महिला सशक्तिकरण की बातें करती है, लेकिन दूसरी ओर योजनाओं में इतनी जटिलताएं रखी जाती हैं कि आम महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिल पाता.
प्रशासन का बयान – दस्तावेजों में त्रुटि बताई जा रही है वजह
इस पूरे मामले पर प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) अभिषेक पांडेय ने कहा कि कुछ महिलाओं के दस्तावेजों में त्रुटि होने के कारण उनके आवेदन स्वीकार नहीं किए जा सके. हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी योग्य लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जाएगा और प्रक्रिया को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.
गढ़वा में भी महिलाएं परेशान
प्रतापपुर के अलावा गढ़वा जिले में भी मंईयां सम्मान योजना का लाभ न मिलने से महिलाएं परेशान हैं. सोमवार को खरौंधी पंचायत, सुंडी पंचायत, कूपा पंचायत और चंदनी पंचायत से कई महिलाएं प्रखंड कार्यालय पहुंचीं और अपनी शिकायत दर्ज कराई. इनमें शिल्पा देवी, विमला देवी, इंदा देवी, अंजिला देवी, सुंडी पंचायत की शारदा देवी, सुषमा देवी, चिंता देवी, सोमरी देवी, अनीता देवी, कूपा पंचायत की रीना देवी, तेतरी देवी, पुष्पा देवी, चंदा देवी, चंदनी पंचायत की सुकरी देवी, हेमंती देवी और कलावती देवी शामिल थीं. महिलाओं ने आरोप लगाया कि सरकारी अधिकारी उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं और योजना की राशि देने में लगातार देरी कर रहे हैं. कुछ महिलाओं ने यह भी बताया कि उन्हें प्रखंड कार्यालय के चक्कर लगाने के लिए मजबूर किया जा रहा है, लेकिन फिर भी कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा है.
क्या है मंईयां सम्मान योजना?
मंईयां सम्मान योजना झारखंड सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत राज्य की अर्हताप्राप्त महिलाओं को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई थी. इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है. हालांकि, इस योजना की राशि अब तक 18 लाख महिलाओं को नहीं मिल पाई है, जिससे महिलाओं में भारी नाराजगी है. भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है और आंदोलन की चेतावनी दी है.