नशे में धुत्त होली: सड़क दुर्घटनाओं में 43 घायल, 32 थे शराब के नशे में

रांची। होली का त्योहार उमंग और खुशियों का प्रतीक माना जाता है, लेकिन इस बार नशे की लापरवाही के चलते सड़क हादसों में कई जिंदगियां खतरे में पड़ गईं। बीते 48 घंटों में रांची में 43 लोग सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए, जिनमें से 32 लोग शराब के नशे में थे।

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शराब के नशे में खुद के साथ दूसरों को भी पहुंचाया नुकसान

14 और 15 मार्च को लोगों ने जमकर होली का जश्न मनाया, लेकिन इस दौरान कई लोगों ने नशे में धुत्त होकर न केवल खुद को बल्कि दूसरों को भी नुकसान पहुंचाया। रिम्स और सदर अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार, घायलों में 34 का इलाज रिम्स में चल रहा है, जबकि 9 मरीज सदर अस्पताल लाए गए। इनमें से कई को मामूली चोटें आईं, जबकि एक दर्जन से अधिक मरीजों के हाथ-पैर टूट गए हैं। डॉक्टरों के अनुसार, घायल 43 लोगों में से 32 नशे में थे। सात घायलों ने शराब नहीं पी थी, लेकिन वे नशे में धुत्त लोगों के साथ सफर कर रहे थे। वहीं, चार लोग ऐसे थे जो दूसरों की गलती की वजह से दुर्घटना का शिकार हुए।

दुर्घटना में घायल प्रमुख मरीजों की स्थिति

  1. मंगल बेदिया (15 वर्ष): बाइक पर दोस्त विनोद बेदिया के साथ पीछे बैठा था। दुर्घटना में माथे में गंभीर चोट लगी और कार का शीशा पैर में घुस गया। 12 घंटे तक बेसुध रहा।
  2. तारकेश्वर कुमार (23 वर्ष): 14 मार्च की शाम सड़क हादसे में घायल हुआ। डॉक्टरों के अनुसार, अस्पताल लाए जाने के समय भी उसके मुंह से शराब की गंध आ रही थी।
  3. हलधर यादव (40 वर्ष): देवघर निवासी हलधर को एक कार ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
  4. विनोद बेदिया (21 वर्ष): त्योहार मनाने जा रहा था, तभी उसकी बाइक कार से टकरा गई। इससे पेट में चोट लगी और बायां पैर टूट गया।

रंगों से स्किन एलर्जी और इंफेक्शन की शिकायतें

होली के दौरान कई लोगों को रंगों और केमिकल युक्त गुलाल के कारण स्किन एलर्जी, जलन, दाने और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हुईं। अस्पतालों की ओपीडी बंद रहने से कई मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ा।

फूड प्वाइजनिंग के मामले भी आए सामने

होली के पकवानों के कारण कई लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार भी हुए। तीन मरीज रिम्स में भर्ती हुए, जिन्हें उल्टी, दस्त, पेट दर्द और चक्कर की शिकायत थी। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम में बदलाव के कारण बासी खाना खाने से भी यह समस्या हो सकती है। फिलहाल, तीनों मरीजों की हालत स्थिर बताई जा रही है।

सतर्कता जरूरी

हर साल त्योहार के दौरान लापरवाही से हादसे बढ़ते हैं। इस बार भी नशे की लापरवाही और लापरवाह वाहन चलाने के कारण कई लोग अस्पताल पहुंच गए। डॉक्टरों और प्रशासन ने अपील की है कि त्योहारों को सुरक्षित तरीके से मनाएं और शराब पीकर वाहन चलाने से बचें।

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