झारखंड में शिक्षा क्रांति: हेमंत सरकार ला रही पांच नए इंजीनियरिंग कॉलेज……

झारखंड के छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. हेमंत सरकार राज्य में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पांच नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने जा रही है. इस दिशा में काम तेज़ी से चल रहा है और निर्माण प्रक्रिया विभिन्न चरणों में है. अधिकांश स्थानों पर कॉलेज के लिए उपयुक्त भूमि चिन्हित कर ली गई है, और जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. इसके साथ ही, इन कॉलेजों के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने हेतु टेंडर प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी.

कहां-कहां बन रहे हैं नए इंजीनियरिंग कॉलेज?

राज्य के विभिन्न जिलों में नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जा रहे हैं. रांची और खूंटी में कॉलेज के लिए जमीन हस्तांतरित की जा रही है, जबकि साहिबगंज और गुमला में भूमि चिन्हित करने की प्रक्रिया जारी है. गिरिडीह में इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए भूमि पहले ही उपलब्ध हो चुकी है और अब उसके डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. गिरिडीह में प्रस्तावित इंजीनियरिंग कॉलेज को लेकर एक खास पहल की जा रही है. यहां इंजीनियरिंग कॉलेज के साथ-साथ पॉलिटेक्निक संस्थान भी बनाया जाएगा, जिससे छात्रों को तकनीकी शिक्षा के बेहतर अवसर मिलेंगे. वर्तमान में झारखंड में सरकारी क्षेत्र में दो इंजीनियरिंग कॉलेज संचालित हैं—बीआईटी सिंदरी और राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, पलामू. इनके अलावा, तीन अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर चल रहे हैं.

तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने की नई पहल

हेमंत सरकार सिर्फ इंजीनियरिंग कॉलेज ही नहीं, बल्कि तकनीकी विश्वविद्यालयों की स्थापना पर भी ध्यान दे रही है. 2025-26 के बजट में सरकार ने तीन नए तकनीकी विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा की है. ये विश्वविद्यालय जमशेदपुर, धनबाद और दुमका में स्थापित किए जाएंगे. फिलहाल, झारखंड में केवल एक तकनीकी विश्वविद्यालय, रांची में संचालित है, जिससे राज्य के सभी डिप्लोमा और पॉलिटेक्निक संस्थान संबद्ध हैं. नए विश्वविद्यालयों के खुलने से छात्रों को उन्नत तकनीकी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करने का मौका मिलेगा. इससे उच्च शिक्षा को मजबूती मिलेगी और झारखंड के छात्रों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

बोकारो और गोड्डा में इंजीनियरिंग कॉलेज बनकर तैयार

राज्य सरकार ने बोकारो और गोड्डा में भी इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित किए हैं. इन दोनों कॉलेजों के भवन निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है. उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की योजना है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 से इन कॉलेजों में पढ़ाई शुरू कर दी जाए. इससे झारखंड के छात्रों को अपने ही राज्य में गुणवत्तापूर्ण इंजीनियरिंग शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा.

जमशेदपुर के मुसाबनी में नया इंजीनियरिंग कॉलेज

सरकार ने जमशेदपुर के मुसाबनी में भी इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की योजना बनाई है. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसका मतलब है कि बहुत जल्द निर्माण कार्य शुरू हो सकता है.

उच्च शिक्षा के लिए सरकार की मजबूत नीति

राज्य सरकार की यह पहल दिखाती है कि वह झारखंड में तकनीकी शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए गंभीर है. पांच नए इंजीनियरिंग कॉलेज, तीन नए तकनीकी विश्वविद्यालय और दो पहले से तैयार इंजीनियरिंग कॉलेज—ये सभी योजनाएं छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने में मदद करेंगी. इस कदम से न केवल शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होगा, बल्कि झारखंड में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. जब अधिक छात्र उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त करेंगे, तो वे राज्य में ही रोजगार सृजन कर सकेंगे. इससे झारखंड की आर्थिक और औद्योगिक प्रगति को भी बल मिलेगा.

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