फाल्गुन एकादशी के मौके पर झारखंड के प्रसिद्ध रजरप्पा शक्तिपीठ मंदिर में सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. इसी दौरान पुलिस द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किए जाने का मामला सामने आया. घटना में कई श्रद्धालु घायल हो गए, प्रसाद की टोकरी बिखर गई और भगदड़ की स्थिति बन गई. इस दौरान एक महिला श्रद्धालु बेहोश होकर गिर पड़ी. इस घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया. उपायुक्त चंदन कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच और कार्रवाई के आदेश दिए. रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने लाठीचार्ज में शामिल दो सिपाहियों—बहादुर उरांव और वीरेंद्र नायक—को लाइन हाजिर कर दिया.
मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव भी थे मौजूद, अचानक बढ़ी भीड़
सोमवार को रजरप्पा मंदिर में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार और पाकुड़ एसपी प्रभात कुमार भी एक मुंडन संस्कार में भाग लेने पहुंचे थे. मंदिर में पहले से ही श्रद्धालुओं की संख्या अधिक थी, लेकिन जब प्रशासनिक अधिकारियों का काफिला पहुंचा, तो सुरक्षा कारणों से पुलिस बल तैनात कर दिया गया. हालांकि, श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ को संभालने में पुलिस असफल रही और स्थिति को काबू में करने के लिए बल प्रयोग किया गया. इस दौरान श्रद्धालुओं पर लाठीचार्ज कर दिया गया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया.
लाठीचार्ज से मची भगदड़, श्रद्धालु हुए परेशान
मंदिर में पूजा के लिए आए श्रद्धालुओं ने पुलिस की कार्रवाई पर कड़ी नाराजगी जताई. लाठीचार्ज से वहां अफरा-तफरी मच गई और कई श्रद्धालु चोटिल हो गए. मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिससे मामला तूल पकड़ गया. श्रद्धालुओं ने बताया कि पुलिस को धैर्य और संयम से भीड़ को नियंत्रित करना चाहिए था, लेकिन बिना किसी चेतावनी के लाठियां बरसाना अनुचित था.
वीडियो वायरल होने पर प्रशासन सख्त, डीसी ने दिए जांच के आदेश
जैसे ही वीडियो वायरल हुआ, जिला प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लिया. रामगढ़ के उपायुक्त चंदन कुमार ने एसपी अजय कुमार को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
एसपी ने कहा,
“रजरप्पा मंदिर में एकादशी के मौके पर भारी भीड़ थी. पुलिस के जवानों को धैर्य और संयम से काम लेना था, लेकिन उन्होंने अमर्यादित तरीके से लाठीचार्ज किया, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी हुई. इस अनुशासनहीनता को देखते हुए दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है और आगे की जांच जारी है.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
रजरप्पा मंदिर झारखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां सालभर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. लेकिन बार-बार मंदिर में अव्यवस्था और पुलिसिया लाठीचार्ज जैसी घटनाएं प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े करती हैं. श्रद्धालुओं का कहना है कि मंदिर प्रबंधन और प्रशासन को भीड़ नियंत्रण के लिए बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए ताकि धार्मिक स्थलों पर इस तरह की अप्रिय घटनाएं न हों. इस घटना के बाद प्रशासन ने कहा कि आगे से भीड़ प्रबंधन को लेकर और अधिक सख्त व्यवस्था की जाएगी ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.