झारखंड की राजनीति में इन दिनों मुख्यमंत्री आवास को गिराने को लेकर घमासान मचा हुआ है. राज्य में बजट सत्र के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार पर बड़ा हमला बोला है. भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली के अरविंद केजरीवाल सरकार की नीतियों से प्रेरित होकर झारखंड में अपने लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक नया आलीशान आवास, जिसे भाजपा ‘शीशमहल’ कह रही है, बनाने की तैयारी कर रहे हैं. भाजपा ने सरकार से सवाल किया है कि आखिर पुराने मुख्यमंत्री आवास को गिराने की क्या जरूरत थी और क्या झारखंड सरकार जनता के पैसों की फिजूलखर्ची कर रही है?
भाजपा ने सीएम हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड सरकार हमेशा दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार से प्रेरित रहती है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में दिल्ली में एक बेहद महंगा और भव्य मुख्यमंत्री आवास बनाया गया, जिसे ‘शीश महल’ कहा गया. अब ऐसा ही कुछ झारखंड में भी होने की चर्चा है. भाजपा का आरोप है कि हेमंत सोरेन सरकार जनता के पैसे से खुद के लिए एक भव्य महल बनाने जा रही है, जबकि राज्य के गरीब आदिवासी-मूलवासी अभी भी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहे हैं. प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड का आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास एक ऐतिहासिक भवन था, जहां पिछले ढाई दशक में कई मुख्यमंत्री रह चुके थे. यह भवन झारखंड की राजनीतिक विरासत का प्रतीक था. लेकिन इस भवन को भवन निर्माण प्रमंडल-1 द्वारा टेंडर निकालकर जमींदोज कर दिया गया. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि इस भवन को ध्वस्त करने का क्या औचित्य था? उन्होंने सवाल किया कि क्या झारखंड की सरकार अब जनता के पैसों पर ऐश करने के लिए नई इमारतें बनाने में जुट गई है?
हनुमान मंदिर की भव्यता पर न आए आंच – भाजपा
इस पूरे मामले के बीच भाजपा ने मुख्यमंत्री आवास परिसर में स्थित हनुमान मंदिर को लेकर भी चिंता जताई है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इस मंदिर की भव्यता से कोई छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए और इसे किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए. प्रतुल शाहदेव ने स्पष्ट किया कि अगर सरकार इस मंदिर के स्वरूप को बदलने या इसे हटाने की कोशिश करती है, तो भाजपा इसका कड़ा विरोध करेगी. उन्होंने कहा कि यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि झारखंड के सनातनियों की आस्था का केंद्र है, और इसे किसी भी हाल में नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए.
भाजपा ने उठाए नए सीएम आवास पर सवाल
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि अब विभाग की लगातार उच्चस्तरीय बैठकें हो रही हैं, ताकि नए मुख्यमंत्री आवास का डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार किया जा सके. उन्होंने दावा किया कि सरकार दिल्ली के शीशमहल की तर्ज पर झारखंड में भी एक अत्याधुनिक आवास बनाने जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में कई सरकारी इमारतों को मुख्यमंत्री आवास के रूप में तब्दील किया गया है, लेकिन सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर इस खर्च का क्या औचित्य है?
गरीबों के लिए घर नहीं, लेकिन सीएम के लिए शीश महल?
भाजपा प्रवक्ता ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि झारखंड में डेढ़ साल से ‘अबुआ आवास योजना’ के तहत एक भी घर नहीं बना, जबकि गरीबों को अपने घर का सपना पूरा करने के लिए सालों इंतजार करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड में आज भी हजारों लोग ऐसे हैं, जिनके पास रहने के लिए छत नहीं है, लेकिन सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर खुद के लिए एक भव्य भवन बनाने में लगी हुई है. भाजपा ने इसे झारखंड के आदिवासी-मूलवासी समुदाय के साथ अन्याय करार दिया.
सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग
भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी सरकार से मांग की है कि वे रांची में बनने वाले इस नए सीएम आवास पर स्थिति स्पष्ट करें. उन्होंने कहा कि जनता को यह जानने का हक है कि आखिर सरकार किस उद्देश्य से इतना खर्च कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस मामले में सरकार की नीयत साफ नहीं हुई, तो भाजपा सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी. भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर लगातार हमले तेज कर दिए हैं. पार्टी का कहना है कि राज्य के संसाधनों का सही उपयोग होना चाहिए और मुख्यमंत्री को जनता के प्रति जवाबदेह रहना चाहिए. इस मामले को लेकर झारखंड की राजनीति गरमा गई है और आने वाले दिनों में इस पर और घमासान मचने की संभावना है.