झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उस नोटिस को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है, जिसमें दावा किया गया था कि मैट्रिक की सभी परीक्षाएँ रद्द कर दी गई हैं. शनिवार की शाम एक नोटिस तेजी से सोशल मीडिया पर फैलने लगा, जिसमें लिखा था कि प्रश्नपत्र लीक होने के कारण झारखंड बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. इस नोटिस के सामने आने के बाद छात्रों और अभिभावकों के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई.
JAC ने किया खंडन, परीक्षाएँ निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगी
JAC ने इस वायरल नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया कि यह पूरी तरह से फर्जी है. बोर्ड ने कहा कि परीक्षाएँ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही आयोजित की जाएँगी और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने छात्रों को सलाह दी है कि वे आधिकारिक जानकारी के लिए केवल JAC की वेबसाइट पर जाएँ और सोशल मीडिया पर प्रसारित किसी भी अफवाह को सच न मानें.
हिंदी और विज्ञान विषय की परीक्षा रद्द, अन्य परीक्षाएँ यथावत
हालांकि, JAC ने यह स्वीकार किया कि मैट्रिक की हिंदी और विज्ञान विषय की परीक्षाएँ रद्द कर दी गई हैं. हिंदी की परीक्षा 18 फरवरी को और विज्ञान की परीक्षा 20 फरवरी को आयोजित की गई थी. दोनों परीक्षाओं के प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर लीक हो गए थे, जिसके बाद परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया गया. बोर्ड ने यह भी कहा कि इन दोनों विषयों की परीक्षा बाद में फिर से आयोजित की जाएगी और इसकी नई तिथियों की घोषणा जल्द ही की जाएगी.
पेपर लीक मामले में दो गिरफ्तार, जाँच जारी
पेपर लीक मामले में पुलिस ने कोडरमा जिले से दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा, कई अन्य संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस और प्रशासन इस मामले की गहराई से जाँच कर रहे हैं ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.
JAC की अपील – अफवाहों से बचें, आधिकारिक वेबसाइट पर भरोसा करें
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि परीक्षा से जुड़ी किसी भी सूचना के लिए छात्र केवल आधिकारिक वेबसाइट पर ही भरोसा करें. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही झूठी खबरों से भ्रमित न हों. बोर्ड ने सभी छात्रों और अभिभावकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह को न फैलाएँ और परीक्षा की तैयारियों में जुटे रहें.