मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की परिकल्पना जल्द ही साकार होने वाली है. रांची इनर रिंग रोड के 11 हिस्सों में प्रस्तावित इस परियोजना को चरणबद्ध तरीके से धरातल पर उतारा जा रहा है. पथ निर्माण विभाग ने इसमें महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल कर ली है, जहां लगभग सभी हिस्सों को प्रशासनिक और तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है. कुछ हिस्सों का भौतिक सर्वेक्षण भी किया जा रहा है, जबकि तीन हिस्सों में करीब 9 किमी सड़क पहले से ही बनी हुई है. इनर रिंग रोड की कुल लंबाई 51.923 किमी होगी और इसके निर्माण की कुल लागत 1535.36 करोड़ रुपये आंकी गई है. यह सड़क 90% फोरलेन होगी, जिससे राजधानी के अंदर यातायात को सुगम बनाने में मदद मिलेगी.
इनर रिंग रोड के हिस्से और उनकी स्थिति:
• पंडरा थाना से कांके: 2.86 किमी (तकनीकी स्वीकृति)
• झिरगा टोल से चिरौंदी: 2.96 किमी (तकनीकी स्वीकृति)
• आशीर्वाद बैंक्वेट से बरियातु फायरिंग रेंज: 3.659 किमी (सड़क बनी हुई)
• फायरिंग रेंज-बूटी मोड़-खेलगांव चौक: 7.859 किमी (सड़क बनी हुई)
• खेलगांव से दुर्गा सोरेन चौक: 11.661 किमी (तकनीकी स्वीकृति)
• दुर्गा सोरेन चौक से चांदनी चौक: 3.617 किमी (भौतिक सर्वेक्षण जारी)
• चांदनी चौक से धुर्वा गोल चक्कर: 5.258 किमी (सड़क बनी हुई)
• धुर्वा गोल चक्कर से जगन्नाथपुर मंदिर: 2.034 किमी (तकनीकी स्वीकृति)
• जगन्नाथपुर मंदिर से डीएवी पुंदाग: 1.871 किमी (काम जारी)
• डीएवी पुंदाग से डीएवी हेहल: 3.17 किमी (तकनीकी स्वीकृति)
• डीएवी हेहल से पंडरा: 102.68 किमी (काम जारी)
राजधानी में बेहतर सड़क नेटवर्क की योजना
रांची में वर्तमान रिंग रोड 85 किमी लंबा है, जबकि प्रस्तावित आउटर रिंग रोड 195 किमी लंबा होगा. इनर रिंग रोड के निर्माण से राजधानी के अंदर ट्रैफिक को बेहतर तरीके से विभाजित किया जा सकेगा, जिससे शहर के भीतर जाम की समस्या से राहत मिलेगी. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने परियोजना की नियमित समीक्षा करते हुए संबंधित विभागों को बेहतर समन्वय बनाए रखने और निर्माण में आ रही बाधाओं को शीघ्र दूर करने का निर्देश दिया है.
सिरम टोली-मेकॉन एलिवेटेड रोड 15 मार्च तक होगा शुरू
राजधानी में यातायात को और सुगम बनाने के लिए सिरम टोली-मेकॉन एलिवेटेड रोड का काम तेज़ी से चल रहा है. यह 5.76 किमी लंबा होगा और इसकी लागत 253.83 करोड़ रुपये है. इसके अलावा, रातू रोड पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर का काम भी अंतिम चरण में है. अनुमान है कि 15 मार्च तक यह मार्ग यातायात के लिए खोल दिया जाएगा.
यातायात जाम से राहत मिलेगी
इनर रिंग रोड के बनने से राजधानी के अंदर वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होंगे, जिससे वाहन चालकों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में आसानी होगी. इसके साथ ही, यातायात का दबाव कम होगा और शहर के विभिन्न हिस्सों में जाम की समस्या में कमी आएगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विजन के अनुरूप यह परियोजना राजधानी रांची को एक नए स्वरूप में लाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी.