झारखंड की औद्योगिक नगरी जमशेदपुर (टाटानगर) को जल्द ही दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात मिलने वाली है. रेलवे ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. इन ट्रेनों में एक टाटानगर से वाराणसी और दूसरी टाटानगर से बिलासपुर के बीच चलेगी. इनके परिचालन की संभावित शुरुआत अप्रैल में हो सकती है. हालांकि, रेलवे की ओर से अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. माना जा रहा है कि यात्रियों की बढ़ती संख्या और बेहतर कनेक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है. खासकर छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए, जो बड़ी संख्या में जमशेदपुर में रहते हैं, यह ट्रेन काफी सुविधाजनक होगी.
टाटानगर-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस का संभावित रूट
रेलवे पहले ही टाटानगर-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए सर्वे पूरा कर चुका है. इस संबंध में रेलवे का एक पत्र भी वायरल हुआ था, जिसमें प्रस्तावित समय-सारणी का जिक्र था. रिपोर्ट के अनुसार, यह ट्रेन सुबह टाटानगर से रवाना होकर दोपहर में वाराणसी पहुंचेगी और फिर दोपहर में वाराणसी से लौटकर रात में टाटानगर पहुंचेगी.
संभावित मार्ग:
टाटानगर → पुरुलिया → बोकारो → गोमो → गया → पंडित दीनदयाल उपाध्याय → वाराणसी
टाटानगर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस की योजना पर विचार
टाटानगर से बिलासपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की भी योजना बनाई जा रही है. इसको लेकर रेलवे की ओर से सर्वेक्षण किया जा रहा है. ट्रेन के संभावित मार्ग में टाटानगर, चक्रधरपुर, राउरकेला और झारसुगड़ा शामिल हो सकते हैं.
संभावित मार्ग:
टाटानगर → चक्रधरपुर → राउरकेला → झारसुगड़ा → बिलासपुर
उल्लेखनीय है कि जमशेदपुर में छत्तीसगढ़ के काफी लोग बसे हुए हैं, जिससे इस रूट पर यात्रीभार अधिक रहता है. वर्तमान में कई ट्रेनें टाटानगर होकर महाराष्ट्र की ओर जाती हैं, लेकिन बढ़ती मांग को देखते हुए टाटानगर-वाराणसी और टाटानगर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने की योजना बनाई गई है.
पहले से संचालित वंदे भारत ट्रेनों की सूची
वर्तमान में जमशेदपुर से दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन हो रहा है:
- टाटानगर-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस
- टाटानगर-ब्रह्मपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
इसके अलावा, दो अन्य वंदे भारत ट्रेनें टाटानगर होकर गुजरती हैं:
- रांची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस
- राउरकेला-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस
यात्रियों को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी और सुविधाएं
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की खासियत यह है कि ये हाई-स्पीड, सेमी-हाई स्पीड रेलवे नेटवर्क का हिस्सा होती हैं, जो यात्रियों को तेज और आरामदायक सफर प्रदान करती हैं. इन ट्रेनों के शुरू होने से जमशेदपुर से वाराणसी और बिलासपुर के लिए यात्रा का समय कम होगा, जिससे यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी.
रेलवे की आधिकारिक घोषणा का इंतजार
हालांकि अभी तक रेलवे की ओर से आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन रेलवे विभागीय स्तर पर इन ट्रेनों के संचालन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. संभावना है कि अप्रैल 2025 तक ये ट्रेनें पटरी पर दौड़ने लगेंगी. रेलवे से जुड़े अधिकारी जल्द ही इस पर अंतिम निर्णय लेंगे और ट्रेनों के परिचालन की तारीख की घोषणा करेंगे.