हेवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन के जनरल मैनेजर प्रमोद कुमार बेहरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर एचइसी की जमीन और नौकरी दिलाने के नाम पर 1.75 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने का आरोप है। धुर्वा थाना पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
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शिकायत और मामला दर्ज
शिकायतकर्ता सामेंद्र मंडल ने धुर्वा थाना में प्रमोद कुमार बेहरा सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि बेहरा ने खुद को 2010 बैच का आईएएस अधिकारी बताते हुए उच्च संपर्कों का हवाला देकर शिकायतकर्ता को जमीन और नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था।
शिकायत के अनुसार, अगस्त 2024 में बेहरा से मुलाकात हुई थी, जहां उन्होंने एचइसी की जमीन और सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही थी। इस दौरान शिकायतकर्ता को सेक्टर तीन और स्मार्ट सिटी में जमीन दिखाकर उनसे 1.25 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वसूली गई। इसी तरह नीरज कुमार साह नामक व्यक्ति से सरकारी नौकरी और एचइसी का क्वार्टर दिलाने के नाम पर सोने की चेन, लॉकेट और 36 लाख रुपये लिए गए। एक अन्य व्यक्ति से भी 14.75 हजार रुपये लेने का आरोप है।
साजिश का खुलासा
शिकायतकर्ता को जब लंबे समय तक जमीन नहीं मिली, तो उन्होंने प्रमोद बेहरा के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। जांच में पाया गया कि बेहरा आईएएस अधिकारी नहीं हैं और उनके पास जमीन आवंटन करने का कोई अधिकार नहीं है। इसके अलावा, शिकायतकर्ता को यह भी पता चला कि इसी तरह की ठगी करके बेहरा ने कटक में एक होटल और अन्य संपत्तियां खरीदी हैं।
पलटवार में झूठा केस दर्ज
शिकायत दर्ज कराने की योजना बना रहे पीड़ितों को तब झटका लगा जब 27 जनवरी को प्रमोद बेहरा ने उल्टा शिकायतकर्ता के खिलाफ मारपीट और छिनतई का मामला दर्ज करा दिया। हालांकि, पुलिस ने जांच के बाद प्रमोद कुमार बेहरा को गिरफ्तार कर लिया और अन्य आरोपियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई जारी
इस मामले में पुलिस ने प्रमोद कुमार बेहरा की पत्नी प्रतीमा बेहरा और बेटी मोनालिया बेहरा को भी आरोपी बनाया है। इसके अलावा, प्रसन्नजीत पंडा नामक व्यक्ति का नाम भी केस में शामिल है। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य पीड़ितों से भी संपर्क कर रही है।