रांची में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कांटाटोली फ्लाईओवर पर जल्द ही दो नए रैंप बनाए जा रहे हैं. इनकी चौड़ाई 3.5 मीटर होगी, जिससे वाहन चालक सीधे फ्लाईओवर पर चढ़ सकेंगे और सुगमता से अपने गंतव्य तक पहुंच पाएंगे. यह रैंप योगदा सत्संग आश्रम और शांति नगर के पास बनाए जा रहे हैं. इस परियोजना का उद्देश्य शहर में यातायात दबाव को कम करना और सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है. वर्तमान में, फ्लाईओवर पर 16.5 मीटर स्पेस को अस्थायी रूप से लॉक कर छोड़ दिया गया है, जहां पर ये रैंप जोड़े जाएंगे.
यातायात को मिलेगा बड़ा लाभ
कांटाटोली फ्लाईओवर पर बनने वाले इन दो रैंपों से वाहन चालकों को कई लाभ मिलेंगे:
1. रैंप निर्माण के बाद वाहन चालक फ्लाईओवर पर आसानी से चढ़ और उतर सकेंगे, जिससे जाम की समस्या कम होगी.
2. वाइएमसीए के पास बनने वाला रैंप योगदा सत्संग आश्रम से कांटाटोली चौक की ओर जाने वाले वाहन चालकों के लिए मददगार होगा.
3. शांति नगर के पास बनने वाला रैंप बहू बाजार से योगदा सत्संग आश्रम की ओर जाने वालों को सुविधा प्रदान करेगा.
4. फ्लाईओवर की आधी लंबाई पर रैंप कनेक्ट होंगे, जिससे यातायात को नियंत्रित करना आसान होगा.
5. फ्लाईओवर पर चढ़ने वाले वाहन 30 मीटर की चौड़ाई में ट्रैफिक के साथ समायोजित होंगे, जिससे सुचारू यातायात प्रवाह सुनिश्चित होगा.
16.5 मीटर स्पेस को अस्थायी रूप से लॉक किया गया
फ्लाईओवर पर 16.5 मीटर की जगह को अभी अस्थायी रूप से बंद कर रखा गया है, जिसे रैंप निर्माण के दौरान खोला जाएगा. इस स्थान का उपयोग रैंप के लिए किया जाएगा ताकि यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाया जा सके. जुडको की ओर से बताया गया है कि जल्द ही रैंप निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा और इसे एक माह के भीतर चालू करने का लक्ष्य रखा गया है.
वाहनों की संख्या में होगी वृद्धि
रैंप बनने के बाद यातायात में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा:
• फ्लाईओवर के नीचे 60% और ऊपर 40% वाहनों की संख्या बढ़ने की संभावना है.
• सरकारी बस स्टैंड से खुलने वाली AC बसें भी फ्लाईओवर का उपयोग कर सीधे कांटाटोली चौक तक पहुंच पाएंगी.
• यातायात नियंत्रण और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए संबंधित स्थानों पर साइनेज भी लगाए जाएंगे.
कनेक्टिंग फ्लाईओवर बनने के बाद बढ़ेगी उपयोगिता
भविष्य में, जब कांटाटोली फ्लाईओवर और सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर आपस में जुड़ जाएंगे, तब यह शहर की यातायात व्यवस्था में एक अहम भूमिका निभाएगा.
• मेकॉन चौक से कोकर चौक और बूटी मोड़ की ओर जाने वाले वाहन टू-लेन कनेक्टिंग फ्लाईओवर से शांति नगर पहुंच सकेंगे.
• खूंटी रोड, एचईसी, धुर्वा, बिरसा चौक, हिनू और डोरंडा से आने वाले वाहन इस फ्लाईओवर का उपयोग कर समय और ईंधन की बचत कर पाएंगे.
• इसके अलावा, कनेक्टिंग फ्लाईओवर बनने से वाहन चालकों के लिए वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध होंगे, जिससे यातायात दबाव कम होगा.
कैसे करेगा रैंप काम?
रैंप के माध्यम से यातायात को सुगमता से चलाने के लिए विशेष योजना बनाई गई है:
• खादगढ़ा बस स्टैंड से चलने वाली यात्री बसें भारती इंक्लेव के सामने स्थित रैंप से फ्लाईओवर पर चढ़ सकेंगी और योगदा सत्संग आश्रम के पास उतरकर सिरमटोली चौक होते हुए स्टेशन रोड, पटेल चौक, कडरू मोड़, राजेंद्र चौक, हिनू, डोरंडा और खूंटी रोड तक जा पाएंगी.
• कनेक्टिंग फ्लाईओवर बनने के बाद शांति नगर के पास स्थित रैंप से वाहन चालक सीधे मेकॉन चौक और नेपाल हाउस तक पहुंच सकेंगे.
मेन रोड पर वाहनों का दबाव होगा कम
• विशेषज्ञों का मानना है कि कनेक्टिंग फ्लाईओवर बनने के बाद रांची के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा.
• कई वाहन चालक मेकॉन चौक से सिरमटोली फ्लाईओवर, फिर कनेक्टिंग फ्लाईओवर का इस्तेमाल कर अपने गंतव्य तक तेजी से पहुंच पाएंगे.
• इससे मेन रोड पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी.
छोटे ब्रिज और पाइपलाइन शिफ्टिंग का काम जारी
• फ्लाईओवर निर्माण के साथ-साथ, खादगढ़ा बस स्टैंड के पास एक छोटे ब्रिज और पाइपलाइन शिफ्टिंग का कार्य भी जारी है.
• यह कार्य एक माह के भीतर पूरा होने की उम्मीद है, जिससे कांटाटोली-बहू बाजार मार्ग पर वाहनों का आवागमन और भी सुगम हो जाएगा.
• इस काम के पूरा होते ही रैंप का निर्माण भी अंतिम चरण में पहुंच जाएगा.
रांची में यातायात व्यवस्था को मिलेगा नया रूप
• कांटाटोली फ्लाईओवर पर रैंप निर्माण, कनेक्टिंग फ्लाईओवर और अन्य सुधार कार्यों के पूरा होने के बाद रांची की यातायात व्यवस्था को एक नया स्वरूप मिलेगा.
• वाहन चालकों के लिए नए मार्ग उपलब्ध होंगे, जिससे समय की बचत होगी.
• सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी और लोग अधिक सुरक्षित रूप से यात्रा कर पाएंगे.
• जाम की समस्या से राहत मिलेगी और सार्वजनिक परिवहन का संचालन अधिक सुचारू होगा.