रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने आम बजट 2025-26 को विकसित भारत के सपने को साकार करने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि यह बजट देश के हर वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा करने वाला है और 140 करोड़ भारतीयों के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत यह बजट गरीब, युवा, किसान, नारी शक्ति और मध्यम वर्ग को राहत देने वाला साबित होगा।
श्री सेठ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट विकसित भारत की नींव को और मजबूत करेगा। उन्होंने इस बजट को समावेशी विकास का मार्गदर्शक बताया और कहा कि इसमें प्रत्येक वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित की गई है।
युवाओं के लिए कल्याणकारी निर्णय
बजट में विशेष रूप से जोमैटो, स्विग्गी जैसी ऑनलाइन डिलीवरी सेवाओं से जुड़े युवाओं को पहचान पत्र देने की पहल की गई है। साथ ही, भारत सरकार उनके लिए बीमा योजना भी लागू करेगी, जिससे लाखों युवाओं को सुरक्षा और स्थिरता मिलेगी।
मध्यम वर्ग को टैक्स में बड़ी राहत
सरकार द्वारा 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई इनकम टैक्स नहीं लगाने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय देश के करोड़ों मध्यम वर्गीय परिवारों को आर्थिक संबल प्रदान करेगा और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में सहायक होगा।
किसानों के लिए बड़ी सौगात
कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा को 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। यह किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जिससे उन्हें आर्थिक मजबूती मिलेगी।
खिलौना उद्योग को मिलेगी वैश्विक पहचान
भारत को वैश्विक खिलौना केंद्र बनाने की दिशा में सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह कदम देश के खिलौना निर्माताओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नई पहचान दिलाने में सहायक होगा और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगा।
हर वर्ग के लिए हितकारी बजट
श्री सेठ ने कहा कि मोदी सरकार ने इस बजट के माध्यम से हर वर्ग का ध्यान रखा है, जिससे देश का प्रत्येक नागरिक विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान दे सके। उन्होंने इस बजट को आर्थिक विकास और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक मजबूत कदम बताया।
इस बजट के तहत लिए गए निर्णय भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। देश के सभी नागरिकों को इस बजट से सीधा लाभ मिलेगा और भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।