झारखंड के राजनीतिक माहौल में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. लोहरदगा विधानसभा सीट से एनडीए की आजसू पार्टी प्रत्याशी और झारखंड आंदोलनकारी पूर्व विधायक कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो को अपना इस्तीफा भेजा और लिखा कि वह बिना किसी राग-द्वेष और भेदभाव के सभी पदों और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं.
पार्टी से इस्तीफे में व्यक्त की कृतज्ञता
नीरू शांति भगत ने अपने इस्तीफा पत्र में आजसू पार्टी को उनके प्रति किए गए सम्मान और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा कि पार्टी ने उन्हें एक झारखंड आंदोलनकारी की पत्नी के रूप में जो सम्मान दिया, वह इसके लिए आभारी हैं. साथ ही, उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि वे अपनी भाषा और व्यवहार में सौम्यता और भद्रता लाएं. नीरू ने यह भी कहा कि यह प्रशिक्षण पार्टी के भविष्य के लिए लाभदायक होगा. अपने पत्र के अंत में उन्होंने मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं देते हुए आजसू पार्टी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
रघुवर दास की भाजपा में एंट्री और NDA को झटका
इससे पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास ने भाजपा में शामिल होकर राजनीतिक हलचल तेज कर दी थी. इसके बाद एनडीए को यह दूसरा बड़ा झटका लगा है. नीरू शांति भगत के पार्टी छोड़ने से लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में आजसू पार्टी की स्थिति पर असर पड़ सकता है.
आजसू पार्टी का विरोध और प्रदर्शन
आजसू पार्टी से जुड़ी एक अन्य घटना धनबाद में देखने को मिली, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने गिरिडीह सांसद पर झूठा मुकदमा करने और पार्टी कार्यालय जलाने के विरोध में प्रदर्शन किया. रणधीर वर्मा चौक पर आयोजित इस धरने का नेतृत्व युवा आजसू पार्टी के प्रदेश संयोजक हीरालाल महतो ने किया, जबकि संचालन महानगर अध्यक्ष पप्पू सिंह ने किया. हीरालाल महतो ने अपने बयान में कहा कि जिस तरह झारखंड के पूर्व नेता एके राय और विनोद बिहारी महतो ने कोयला माफियाओं के खिलाफ आंदोलन किया था, उसी प्रकार सुदेश महतो और चंद्रप्रकाश चौधरी भी इस लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं.
सरकार पर गंभीर आरोप
आजसू पार्टी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कोयला माफियाओं और आउटसोर्सिंग कंपनियों को संरक्षण दे रही है. पप्पू सिंह ने मांग की कि आजसू पार्टी के कार्यालय में आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. साथ ही, हिलटॉप आउटसोर्सिंग कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि गिरिडीह सांसद पर किए गए झूठे मुकदमे को जल्द वापस लिया जाए. यदि ऐसा नहीं हुआ, तो आजसू पार्टी चरणबद्ध आंदोलन करेगी.
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख नेता
इस विरोध प्रदर्शन में आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव संतोष महतो, रिंकू महतो, डुमरी विधानसभा प्रभारी यशोदा देवी, नरेश महतो, केंद्रीय सचिव सुभाष रवानी, प्रमोद चौरसिया, कुल्लू चौधरी और रतिलाल महतो सहित कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे.