केंद्र सरकार द्वारा राज्य चुनाव कार्यालय को मिली जनसंख्या रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड की आबादी में पिछले 14 साल में 76.18 लाख की वृद्धि हुई है. दिसंबर 2024 तक के अनुमान के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 4.06 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है. इस वृद्धि में पुरुषों की संख्या 38.30 लाख और महिलाओं की संख्या 37.88 लाख बढ़ी है.
जनसंख्या वृद्धि के आंकड़े:
जनसंख्या वृद्धि का यह आंकड़ा 2011 की जनगणना के मुकाबले है. 2011 में झारखंड की कुल जनसंख्या 3,29,88,134 थी, जिसमें पुरुषों की संख्या 2,07,60,397 और महिलाओं की संख्या 1,98,46,527 थी. 2011 से 2025 तक की अवधि में 76.18 लाख की बढ़ोतरी हुई है.
बड़े शहरों में सबसे ज्यादा वृद्धि:
राज्य के सबसे बड़े शहर रांची में सबसे अधिक 6,60,947 लोगों की वृद्धि हुई है. दूसरे स्थान पर धनबाद है, जहां 6,09,956 लोग बढ़े हैं. पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) में 5,64,633 की वृद्धि हुई है. हालांकि, कुछ जिलों में जनसंख्या वृद्धि की दर कम रही है. लोहरदगा जिले में सबसे कम 1,05,376 और खूंटी जिले में 1,21,672 की वृद्धि दर्ज की गई है.
केंद्र सरकार की रिपोर्ट:
केंद्र सरकार ने राज्य की जनसंख्या का अनुमान तैयार करने के लिए जन्म-मृत्यु दर और अन्य आधार पर रिपोर्ट तैयार की है. यह रिपोर्ट 2011 के बाद किए गए आंकड़ों के आधार पर जनसंख्या प्रक्षिप्त की गई है, क्योंकि उस समय के बाद कोई नई जनगणना नहीं की गई है.
विभिन्न आयु समूहों में जनसंख्या वृद्धि:
रिपोर्ट में यह भी दिखाया गया है कि किस आयु समूह में कितनी वृद्धि हुई है. 0 से 16 वर्ष तक के बच्चों की संख्या में सबसे बड़ी वृद्धि हुई है, जो 1,22,22,965 है. इसके अलावा, 17 वर्ष, 18-19 वर्ष और 20-29 वर्ष के आयु समूह में भी अच्छी वृद्धि देखी गई है.
रांची में सबसे ज्यादा वृद्धि:
रांची जिले में सबसे ज्यादा आबादी बढ़ी है, जो पिछले 14 साल में 6 लाख 60 हजार 947 है. इस वृद्धि का मुख्य कारण रांची का शहरीकरण और यहां हो रहे विकास कार्य हैं, जो अधिक लोगों को रोजगार और जीवनयापन के लिए आकर्षित कर रहे हैं.
अन्य जिलों में जनसंख्या वृद्धि:
झारखंड के अन्य जिलों में भी जनसंख्या में वृद्धि हुई है. हजारीबाग में 4 लाख 3 हजार 571, बोकारो में 3 लाख 1 हजार 547, देवघर में 3 लाख 38 हजार 411, गोड्डा में 3 लाख 3 हजार 484, गुमला में 3 लाख 1 हजार 27 और जामताड़ा में 1 लाख 79 हजार 753 लोग बढ़े हैं.
महत्वपूर्ण जिले:
• धनबाद: 6,09,956 की वृद्धि
• पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर): 5,64,633 की वृद्धि
• हजारीबाग: 4,03,571 की वृद्धि
• बोकारो: 3,01,547 की वृद्धि
• देवघर: 3,38,411 की वृद्धि
• साहिबगंज: 2,61,220 की वृद्धि
• रामगढ़: 2,15,558 की वृद्धि
• पलामू: 4,41,690 की वृद्धि
कम वृद्धि वाले जिले:
लोहरदगा में 1,05,376 और खूंटी में 1,21,672 की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अन्य जिलों की तुलना में कम है. इन जिलों में विकास की गति धीमी होने के कारण जनसंख्या वृद्धि पर भी असर पड़ा है.
आखिरी आंकड़े और वृद्धि दर:
जनसंख्या वृद्धि दर की बात करें तो, 2001 से 2011 के बीच राज्य की जनसंख्या में 22.4% की वृद्धि हुई थी, जबकि पिछले 14 सालों में 23.09% की वृद्धि हुई है.