मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़े की परतें लगातार खुल रही हैं. योजना में अपात्र लाभुकों और फर्जी आवेदनों का मामला गंभीर होता जा रहा है. अब तक की जांच में राज्यभर में 32,893 फर्जी आवेदन सामने आए हैं. वहीं, 5095 ऐसे लाभुक पाए गए हैं, जिन्होंने दोहरी योजनाओं का लाभ उठाया है. इन फर्जी आवेदनों को रद्द करने की प्रक्रिया जारी है.
फर्जीवाड़े का प्रारंभिक खुलासा
सरकार ने मंईयां योजना के अपात्र लाभुकों की जांच शुरू की है. महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग को जिलों से जो प्रारंभिक रिपोर्ट मिली है, उससे दोहरा लाभ लेने वाले लाभुकों और फर्जी आवेदकों का खुलासा हुआ. राज्य में सर्वजन पेंशन योजना के तहत पहले 1000 रुपये पेंशन दी जाती थी. मुख्यमंत्री ने विधानसभा चुनाव के दौरान मंईयां योजना की राशि को 1000 से बढ़ाकर 2500 रुपये करने का वादा किया था. जब आचार संहिता खत्म हुई, तब योजना में फर्जीवाड़ा उजागर होने लगा. सर्वजन पेंशन योजना और मंईयां योजना की अलग-अलग वेबसाइट होने से कई फर्जी आवेदन स्वीकृत हो गए. सर्वजन पेंशन का लाभ लेने वाली महिलाओं ने भी मंईयां योजना के लिए आवेदन दिया, जिससे दोहरी लाभ लेने की घटनाएं सामने आईं.
जिलों में कितने फर्जी आवेदन मिले?
हर जिले में जांच के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी आवेदन सामने आए. जिलेवार आंकड़े इस प्रकार हैं.
• बोकारो: 3267
• गुमला: 2131
• चतरा: 1808
• हजारीबाग: 2010
• पलामू: 2395
• देवघर: 1830
• धनबाद: 2257
• रांची: 752
• साहिबगंज: 1268
• गिरिडीह: 1233
दोहरा लाभ लेने वाले लाभुक
जांच में यह भी पता चला कि कई लाभुक मंईयां योजना और सर्वजन पेंशन योजना दोनों का लाभ उठा रहे थे. इनकी कुल संख्या 5095 पाई गई.
• चतरा: 718
• दुमका: 510
• गोड्डा: 522
• सरायकेला: 832
• जामताड़ा: 1032
फर्जीवाड़े के तरीके
जांच के दौरान सामने आया कि कई आवेदकों ने एक ही नाम के साथ अलग-अलग पिता या पति के नाम लिखकर आवेदन दिया. कुछ लाभुकों के दो-तीन बैंक खाते पाए गए. ऐसे भी मामले मिले जहां पति के स्थान पर एक ही व्यक्ति का नाम इस्तेमाल किया गया. इन गड़बड़ियों के कारण बड़ी संख्या में फर्जी आवेदन स्वीकृत हो गए.
वेबसाइट बंद, आगे की जांच जारी
फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद मंईयां योजना की वेबसाइट फिलहाल बंद कर दी गई है. इसे दोबारा खोलने के बाद गड़बड़ियों की गहन जांच होगी। इसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा हो सकता है.
बोकारो में युवक ने लिया फर्जी लाभ
बोकारो जिले के कसमार प्रखंड में प्रज्ञा केंद्र के कर्मचारी रूपेश घांसी ने अपने नाम से मंईयां योजना का आवेदन दिया. जांच में पाया गया कि उसके खाते में चार बार 1000 रुपये और एक बार 2500 रुपये भेजे गए. फर्जी तरीके से लाभ लेने पर उससे 6500 रुपये वसूले गए और रिपोर्ट जिला कार्यालय भेजी गई.
दूसरे के खाते में गया महिला का पैसा
बोकारो जिले के जरीडीह की दशमी कुमारी के खाते में जाने वाला पैसा पिरंगुल निवासी संतोष महतो के खाते में ट्रांसफर हो गया. अब तक 6500 रुपये संतोष के खाते में जमा हुए हैं. दशमी ने बीडीओ को पत्र लिखकर पैसे की रिकवरी और अपने खाते में जमा करने की मांग की है.