राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत झारखंड में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रभावी संचालन के लिए रिक्त पड़े 6951 पदों पर शीघ्र नियुक्ति की जाएगी. इसके लिए झारखंड एनएचएम द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. राज्य और जिला स्तर पर कुल 16655 स्वीकृत पदों में से 42 प्रतिशत पद रिक्त पड़े हैं. इन रिक्तियों को भरने के लिए विज्ञापन जारी करने का आदेश दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने हाल ही में एनएचएम के तहत चलने वाले कार्यक्रमों की समीक्षा की थी. इसमें मानव संसाधन की भारी कमी सामने आई. इसके बाद अभियान निदेशक अबू इमरान ने सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों और कोषांग प्रभारियों को निर्देश दिया है कि वे प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक मानव संसाधन का डेटा एकत्रित करें और इसे एचआर सेल को उपलब्ध कराएं.
रिक्त पदों की स्थिति
एनएचएम के तहत झारखंड में कुल 16655 पद स्वीकृत हैं. इनमें से केवल 9704 पदों पर कर्मचारी कार्यरत हैं, जबकि 6951 पद खाली हैं. जिला स्तर पर 15798 स्वीकृत पदों में से 6705 यानी 42.44 प्रतिशत पद रिक्त हैं. वहीं, राज्य स्तर पर 857 स्वीकृत पदों में से 246 यानी 28.70 प्रतिशत पद खाली हैं. जिला स्तर पर स्टाफ नर्स, एएनएम, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, ऑप्थेलमिक असिस्टेंट, रेडियोग्राफर, हॉस्पिटल मैनेजर, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर, ब्लॉक अकाउंट मैनेजर आदि के कई पद रिक्त हैं.
महत्वपूर्ण आंकड़े:
• स्टाफ नर्स के 547 स्वीकृत पदों में से 319 (58 प्रतिशत) खाली हैं.
• एएनएम के 1405 पदों में से बड़ी संख्या में रिक्त हैं.
• फार्मासिस्ट के 379 पद खाली हैं.
• लैब टेक्नीशियन के 261 पद रिक्त हैं.
• ऑप्थेलमिक असिस्टेंट के 41 पद खाली हैं.
• रेडियोग्राफर के 28 पद रिक्त हैं.
• हॉस्पिटल मैनेजर के 9, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर के 38 और ब्लॉक अकाउंट मैनेजर के 17 पद भी खाली हैं.
• वेटनरी डॉक्टर के सभी 48 पद रिक्त हैं.
नियुक्ति प्रक्रिया पर जोर
स्वास्थ्य विभाग ने मानव संसाधन की कमी को दूर करने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. एनएचएम के अभियान निदेशक ने स्पष्ट किया है कि सभी कार्यक्रमों के तहत रिक्त पदों की सूची तैयार की जाए और इन पर नियुक्ति के लिए शीघ्र विज्ञापन जारी किया जाए. इसके तहत ब्लॉक और जिला स्तर पर विभिन्न श्रेणियों के पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इन पदों में स्टाफ नर्स, एएनएम, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, ऑप्थेलमिक असिस्टेंट, रेडियोग्राफर, हॉस्पिटल मैनेजर, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर, ब्लॉक अकाउंट मैनेजर, डिस्ट्रिक्ट कंसल्टेंट, डीआईईसी मैनेजर आदि शामिल हैं.
स्वास्थ्य कार्यक्रमों पर प्रभाव
मानव संसाधन की कमी के कारण झारखंड में एनएचएम के तहत चलने वाले कई स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन में दिक्कतें आ रही हैं. समीक्षा बैठक में यह स्पष्ट हुआ कि प्रखंड से लेकर राज्य स्तर तक कार्यक्रमों के सुचारू संचालन के लिए जरूरी पद खाली हैं. इन रिक्तियों को भरने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद है.
जिला स्तरीय रिक्तियां अधिक
जिला स्तर पर रिक्त पदों का प्रतिशत राज्य स्तर की तुलना में अधिक है. यह स्थिति स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को प्रभावित कर रही है. जिला स्तर पर स्टाफ नर्स के 58 प्रतिशत पद रिक्त होने के कारण सेवाओं में व्यवधान आ रहा है.