झारखंड में विधानसभा चुनाव के नतीजे जारी होने के पांच दिन बाद हुए शपथ ग्रहण समारोह में अकेले हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हेमंत सोरेन चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं। बता दें कि, दो चरणों में हुए विधानसभा चुनाव में झामुमो नीत गठबंधन को 81 में से 56 सीटें मिली थी। इसमें झामुमो राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जिसने मात्र 43 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 34 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं कांग्रेस ने 16, राजद ने चार और सीपीआई (एमएल) (एल) को दो सीटें मिली थी। इधर विपक्ष एनडीए गठबंधन को 81 में से सिर्फ 25 सीटें मिली थी। इसमें भाजपा 21 और आजसू, एलजेपीआरवी, जेडीयू और जेकेएलम को एक-एक सीटें हासिल हुई थी। अब हेमंत सोरेन कैबिनेट का विस्तार 5 दिसंबर को है। राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन दोपहर 12:30 बजे से किया गया है।
कैबिनेट में किस दल से कितने मंत्री?
सूत्रों के अनुसार, जेएमएम से छह, कांग्रेस से चार, आरजेडी से एक मंत्री बनेंगे। जबकि अन्य सहयोगी दल सीपीआई (एमएल) (एल) ने मंत्री पद लेने से मना कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, हेमंत सोरेन के अकेले शपथ लेने की वजह ये थी कि गठबंधन में मंत्री पदों के लेकर सहमति नहीं बन सकी थी।
इन-इन विधायकों के मंत्री बनने की संभावना..
झामुमो के संभावित मंत्री-
दीपक बिरुआ
रामदास सोरेन
एमटी राजा
अनंत प्रताप देव
सविता महतो
मंत्री पद की रेस में कांग्रेस के कई विधायक-
रामेश्वर उरांव
इरफान अंसारी
नमन विक्सल कोंगाडी
कुमार जयमंगल
प्रदीप यादव
श्वेता सिंह
दीपिका पांडे सिंह
शिल्पी नेहा तिर्की
राजद से सुरेश पासवान को मिल सकता है मंत्री पद-
झारखंड में राजद के एक विधायक को भी मंत्री पद दिया जाना है। इसमें सबसे पहला नाम देवघर के विधायक सुरेश पासवान है, जो राजद विधायक दल के नेता चुने गए हैं।
9 दिसबंर से राज्य विधानसभा का विशेष सत्र..
राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के साथ ही हेमंत सोरेन ने घोषणा की थी कि जल्द ही विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। जिसमें 9 दिसबंर से 12 दिसबंर तक विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित होगा। जिसमें विधायकों से शपथ ग्रहण के साथ-साथ सदन में विश्वास मत भी हासिल किया जा सकता है। वहीं इससे पहले कैबिनेट विस्तार पर झामुमो नेता मनोज पांडे की तरफ से कहा गया था कि, राज्य में एक संतुलित मंत्रिमंडल बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि, पांच विधायकों पर एक मंत्री के फॉर्मूले पर चर्चा की जा रही है।