झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार दल-बदल का खेल जोर-शोर से देखने को मिल रहा है, जहां इंडिया और एनडीए गठबंधन ने मिलकर ऐसे कई नेताओं को टिकट दिया है, जिन्होंने हाल ही में अपनी पुरानी पार्टी छोड़कर नए दल का दामन थाम लिया है. इन दल-बदलुओं में कुछ पुराने विधायक और कुछ नए नेता शामिल हैं. कुल 26 नेताओं को इंडिया और एनडीए ने अपने-अपने उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतारा है, जिनमें से 13 एनडीए और 13 इंडिया गठबंधन के हिस्से में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन इस लिस्ट का सबसे बड़ा नाम हैं. पिछला चुनाव झामुमो के टिकट पर जीतने के बाद हेमंत सोरेन के जेल जाने पर चंपाई को मुख्यमंत्री बनाया गया था. हेमंत की वापसी के बाद मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद चंपाई ने भाजपा का दामन थाम लिया और अब भाजपा के उम्मीदवार के रूप में सरायकेला से चुनाव लड़ रहे हैं. इस तरह दल-बदल के बाद प्रत्याशी बनने वालों में चंपाई के साथ-साथ कई अन्य नाम भी सामने आए हैं. इस बार चुनाव में ऐसे नौ विधायक शामिल हैं जिन्होंने पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी और अब वे दूसरी पार्टी के टिकट पर मैदान में हैं. इनके नामों में बाबूलाल मरांडी (धनवार), अमित यादव (बरकट्ठा), सीता सोरेन (जामा), सरयू राय (जमशेदपुर पश्चिम), जयप्रकाश भाई पटेल (जमुआ), लोबिन हेम्ब्रम (बोरियो), कमलेश कुमार सिंह (हुसैनाबाद), केदार हाजरा (मांडू) शामिल हैं. ये विधायक अपने पुराने दल छोड़कर नए दलों के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले प्रमुख चेहरे हैं. अगले चरण के चुनाव में भी कुछ और दल-बदलू नेता और बागी चेहरे सामने आ सकते हैं. उदाहरण के लिए, मधुपुर से पूर्व भाजपा विधायक राज पालिवार, लिट्टीपाड़ा से झामुमो विधायक दिनेश विलियम मरांडी, और नाला से भाजपा के पूर्व विधायक बाटुल झा जैसे नाम प्रमुख हैं, जो अपने नए दलों से टिकट पाकर मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.
कुछ प्रमुख दल-बदलुओं में:
• चंपाई सोरेन: सरायकेला से झामुमो से जीते थे, इस बार भाजपा उम्मीदवार हैं.
• बाबूलाल मरांडी: पहले झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) के थे, अब भाजपा उम्मीदवार हैं.
• सरयू राय: जमशेदपुर पश्चिम से विधायक थे, अब जदयू के टिकट पर जमशेदपुर पूर्वी से लड़ रहे हैं.
• अमित यादव: पहले निर्दलीय जीते थे, अब भाजपा के प्रत्याशी हैं.
• सीता सोरेन: पहले जामा से झामुमो से जीती थीं, अब भाजपा से जामताड़ा से उम्मीदवार हैं.
• लोबिन हेम्ब्रम: बोरियो से झामुमो के थे, इस बार भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं.
कुछ जगहों पर प्रतिद्वंद्वी दल में उम्मीदवारों का आदान-प्रदान हुआ है, जैसे बरकट्ठा में जहां अमित कुमार यादव भाजपा से और जानकी यादव झामुमो से मैदान में हैं. वहीं बड़कागांव में पिछली बार आजसू से चुनाव लड़ने वाले रोशनलाल चौधरी इस बार भाजपा के उम्मीदवार हैं. इस चुनाव में कई जगहों पर पारंपरिक पार्टियों के टिकट न मिलने पर नेता विपक्षी पार्टियों में शामिल होकर नए रूप में सामने आए हैं. जैसे चंदनकियारी सीट भाजपा से आजसू को मिली तो उमाकांत साहू झामुमो में शामिल हो गए। इसी प्रकार, सिल्ली में अमित महतो झामुमो के उम्मीदवार हैं जबकि छतरपुर में राधाकृष्ण किशोर कांग्रेस के उम्मीदवार बन गए हैं.