दीपावली-छठ पर ट्रेनों में भारी भीड़, वेटिंग लिस्ट 200 पार; बसों में भी मारामारी….

दीपावली और छठ पर्व के समय यात्रियों की भारी संख्या के कारण भारतीय रेलवे की विभिन्न ट्रेनों में टिकट की वेटिंग लिस्ट काफी लंबी हो गई है. झारखंड से बिहार, पंजाब, जम्मू और हरियाणा जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों का तांता लगा हुआ है. त्योहारों के कारण वेटिंग लिस्ट कई ट्रेनों में 200 से भी ऊपर पहुंच गई है. रेलवे द्वारा कुछ विशेष ट्रेनें शुरू की गई हैं, लेकिन नियमित ट्रेनों में यात्रा करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है.

नियमित ट्रेनों में ज्यादा मारामारी

टाटानगर से बिहार और यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र तक जाने वाली ट्रेनों में टिकट के लिए सबसे अधिक भीड़ देखी जा रही है. दुर्ग से आरा जाने वाली ट्रेनों में 1 से 5 नवंबर के बीच वेटिंग लिस्ट 136 से 200 तक पहुंच चुकी है. इसी प्रकार टाटानगर से बक्सर जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट 155 से 210 तक पहुंच गई है. टाटा-कटिहार ट्रेन में भी हालात ऐसे ही हैं, जहां वेटिंग लिस्ट 185 तक पहुंच चुकी है. हालांकि, टाटानगर से चलने वाली वंदेभारत ट्रेन में अपेक्षाकृत कम भीड़ है.

त्योहारी स्पेशल ट्रेनों के संचालन का असर

त्योहारी स्पेशल ट्रेनें चलाने के बावजूद रेगुलर ट्रेनों में भीड़ कम नहीं हो रही है. स्पेशल ट्रेनें सिर्फ सप्ताह में एक, दो या तीन दिन ही चल रही हैं, जिससे दैनिक यात्रियों की पूरी निर्भरता नियमित ट्रेनों पर बनी रहती है. इसी वजह से दीपावली और छठ के दौरान सामान्य ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बहुत बढ़ गई है.

बसों में भी बढ़ी भीड़, नौ नवंबर तक जारी रहेगी स्थिति

ट्रेनों के अलावा बसों में भी भारी भीड़ देखी जा रही है. सीतारामडेरा बस टर्मिनस से रांची के लिए 125 बसें और बिहार के विभिन्न रूटों के लिए 60 नियमित बसें चल रही हैं. दीवाली के बाद और अधिक भीड़ की संभावना है, खासकर छठ पर्व तक. बस मालिकों ने यात्रियों की संख्या में इस बढ़ोतरी को देखते हुए दूसरे रूट की बसों को भी बिहार रूट में लगाने का फैसला किया है. जमशेदपुर से गया, आरा, जहानाबाद, छपरा, सीवान, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जाने वाले यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि हो रही है, जिस कारण वहां भी टिकट के लिए मारामारी जारी है.

चुनावों के कारण बसें होंगी उपलब्ध, एडवांस बुकिंग जारी

झारखंड में 13 नवंबर को चुनाव होने हैं, जिसके चलते प्रशासन ने 9 से 13 नवंबर तक कम से कम 400 बसों को उपलब्ध कराने का आदेश दिया है. इसलिए 9 नवंबर तक प्रशासन बसों की धड़पकड़ को रोक रहा है ताकि यात्री त्योहारों के समय तक यात्रा कर सकें. वहीं, 9 नवंबर के बाद यात्रियों की सुविधा के लिए प्रशासन ने बसों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है. दीवाली के बाद बसों में यात्रा की एडवांस बुकिंग भी शुरू हो गई है ताकि यात्रियों को समय पर टिकट मिल सके.

बस एसोसिएशन की तैयारी

बस एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय शर्मा ने बताया कि यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए क्षमता के अनुसार बसों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी. विशेष रूप से बिहार के रूट पर यात्रा करने वालों की भारी भीड़ को संभालने के लिए कुछ वैकल्पिक रूट की बसें भी इस मार्ग पर चलाने का प्रयास किया जा रहा है. उम्मीद है कि चुनावों के बाद स्थिति में सुधार होगा, और बसों की संख्या को बढ़ाकर 80 तक किया जा सकता है ताकि यात्रियों को त्योहारों के दौरान किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े.

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