झारखंड विधानसभा चुनावों के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधिमंडल ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की और आगामी दीपावली व छठ महापर्व के मद्देनजर विशेष ट्रेनों की मांग की. इन ट्रेनों को मुंबई से झारखंड, बिहार और पूर्वांचल के विभिन्न क्षेत्रों में भेजने की अपील की गई, ताकि त्योहारों के दौरान घर जाने वाले लोगों को परेशानी न हो. रेल मंत्री ने इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाते हुए आश्वासन दिया कि रेलवे इस बात का ध्यान रखेगा कि लोगों को त्योहारों के समय यात्रा में कोई कठिनाई न हो.
रेल मंत्री का आश्वासन: यात्रियों को नहीं होगी परेशानी
मंगलवार को भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से दिल्ली में मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान नेताओं ने मंत्री से चर्चा की कि कैसे झारखंड, बिहार और पूर्वांचल के लोग, विशेषकर मुंबई में रहने वाले प्रवासी, छठ महापर्व के दौरान अपने घरों तक पहुंचने में भारी कठिनाइयों का सामना करते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में ट्रेनों की कमी के कारण लोग टिकट पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जिससे उनका त्योहार अपने परिवार के साथ मनाने का सपना अधूरा रह जाता है. रेल मंत्री ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि रेलवे द्वारा छठ महापर्व के दौरान विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने कहा कि दीपावली और छठ पर मुंबई से झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जाने वाले यात्रियों के लिए रेलवे पर्याप्त इंतजाम करेगा ताकि वे आराम से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.
घोषित ट्रेनें पर्याप्त नहीं: और ट्रेनों की जरूरत
भाजपा के मुंबई उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने रेल मंत्री से अपनी चिंताओं को साझा किया. उन्होंने बताया कि रेलवे ने छठ महापर्व के लिए कुछ विशेष ट्रेनों की घोषणा तो की है, लेकिन वे पर्याप्त नहीं हैं. मुंबई और आस-पास के क्षेत्रों में लाखों लोग हैं जो दीपावली और छठ के समय अपने पैतृक घर जाने की योजना बनाते हैं. इनमें से ज्यादातर लोग बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के हैं. घोषित ट्रेनों की संख्या इतनी नहीं है कि यह सबकी जरूरतें पूरी कर सके. प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि प्रवासी भारतीयों के लिए अपने पैतृक घर जाकर परिवार के साथ छठ मनाने का अलग ही महत्व होता है. इसलिए, उन्होंने रेल मंत्री से अतिरिक्त विशेष ट्रेनों की मांग की, ताकि अधिक से अधिक लोगों को सुविधा मिल सके. उन्होंने यह भी कहा कि यदि अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की जाती है, तो यात्रियों को भीड़भाड़, टिकट की अनुपलब्धता और यात्रा संबंधी अन्य समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा.
दरभंगा, पटना, रांची जैसे प्रमुख शहरों के लिए विशेष ट्रेनों की मांग
प्रतिनिधिमंडल ने सुझाव दिया कि मुंबई से बिहार के दरभंगा, पटना, गया और झारखंड के रांची, कोडरमा, हज़ारीबाग के रास्ते तथा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और बनारस के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जानी चाहिए. ऐसा करने से त्योहारों के दौरान मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों में बसे उत्तर भारतीयों को अपने घर लौटने में बहुत राहत मिलेगी. यह विशेष ट्रेनें छठ महापर्व और दीपावली के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों की आवाजाही को सुचारू करने में मदद करेंगी. प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया कि वर्तमान में यात्रा की उच्च मांग को देखते हुए लोगों को टिकट बुक करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. कई यात्रियों को मजबूरी में निजी वाहनों या बसों का सहारा लेना पड़ता है, जो न केवल महंगे होते हैं बल्कि समय और सुविधाओं के लिहाज से भी असुविधाजनक होते हैं. ऐसे में विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाने से बड़ी राहत मिल सकती है.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल भाजपा नेता
रेल मंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के कई प्रमुख नेता शामिल थे. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मुंबई भाजपा के उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र ने किया. उनके साथ महामंत्री संजय उपाध्याय, सचिव विवेकानंद गुप्ता, बिहार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोज झा, झारखंड प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोज सिंह ठाकुर, प्रोटोकॉल सचिव संतोष पांडेय, झोपड़पट्टी मोर्चा के अध्यक्ष आरडी यादव और पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक राय शामिल थे. इन सभी नेताओं ने एकमत होकर रेल मंत्री के सामने यात्रियों की समस्याओं को रखा और समाधान की अपील की.
रेल मंत्री का समर्थन और आश्वासन
मुलाकात के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यान से सुना और कहा कि रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि छठ महापर्व के दौरान किसी भी यात्री को यात्रा में कठिनाई न हो, इसके लिए रेलवे की ओर से विशेष इंतजाम किए जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे त्योहारों के दौरान ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रहा है, ताकि सभी को समय पर अपने गंतव्य तक पहुंचने का मौका मिल सके.