सीएम हेमंत सोरेन ने रिम्स में चतरा सांसद की स्वास्थ्य की ली जानकारी, दिए बेहतर सेवाओं के निर्देश….

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोमवार को राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स पहुंचे, जहां उन्होंने चतरा के सांसद कालीचरण सिंह और गुवा गोलीकांड के शहीद के वंशज दुरगुरिया सिरका के स्वास्थ्य की जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने दोनों से मुलाकात कर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. साथ ही, रिम्स प्रबंधन को मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए.

चतरा सांसद कालीचरण सिंह के स्वास्थ्य का हाल जाना

चतरा के सांसद कालीचरण सिंह की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें रांची के रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती किया गया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अस्पताल पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. उन्होंने कालीचरण सिंह से बातचीत कर उनका हालचाल पूछा और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने रिम्स के चिकित्सकों से उनके इलाज की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की और यह सुनिश्चित करने को कहा कि सांसद को सभी आवश्यक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.

गुवा गोलीकांड के शहीद के वंशज से मुलाकात

मुख्यमंत्री ने रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती गुवा गोलीकांड के शहीद के वंशज दुरगुरिया सिरका से भी मुलाकात की. दुरगुरिया सिरका पश्चिमी सिंहभूम जिले के नुवामुंडी निवासी हैं और उनका स्वास्थ्य खराब होने के बाद उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया था. मुख्यमंत्री ने उनसे बातचीत कर उनकी स्वास्थ्य स्थिति का जायजा लिया और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. गुवा गोलीकांड एक ऐतिहासिक घटना है जिसमें पुलिस की फायरिंग में कई लोग मारे गए थे. शहीदों की इस कुर्बानी को याद करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि सरकार उनके प्रति हमेशा संवेदनशील रहेगी.

रिम्स प्रबंधन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के निर्देश

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रिम्स में इलाज करा रहे अन्य मरीजों से भी मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य का हाल जाना. उन्होंने अस्पताल के प्रबंधन को निर्देश दिया कि सभी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों से कहा कि वे अपनी पूरी जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता के साथ मरीजों की सेवा करें. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रिम्स जैसा प्रमुख सरकारी अस्पताल राज्य की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा केंद्र है और यहां पर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुख्यमंत्री ने अस्पताल के प्रबंधन से कहा कि हर मरीज को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं मिलनी चाहिए, चाहे वह किसी भी विभाग में इलाज करा रहा हो.

रिम्स के सुधारों पर चर्चा

रिम्स, झारखंड का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, जहां राज्य के कोने-कोने से मरीज इलाज के लिए आते हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहले भी अस्पताल के सुधारों को लेकर कई घोषणाएं की थीं. उनके निर्देश पर अस्पताल में कई नए सुधार किए जा रहे हैं, ताकि मरीजों को उच्च-स्तरीय चिकित्सा सेवाएं मिल सकें. मुख्यमंत्री ने रिम्स के निदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर अस्पताल की सुविधाओं और सेवाओं में सुधार लाने के लिए जरूरी कदम उठाने की बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार अस्पताल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और चिकित्सा उपकरणों की कमी को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.

मरीजों की सुविधा पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से मरीजों की सुविधाओं पर जोर देते हुए कहा कि अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों को उचित इलाज मिले और उन्हें किसी भी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े. उन्होंने रिम्स प्रबंधन को निर्देशित किया कि अस्पताल में स्वच्छता और अन्य बुनियादी सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज के साथ-साथ मानवीय संवेदना की भी जरूरत होती है. इसलिए चिकित्सकों और नर्सों को मरीजों के प्रति सहानुभूति का भाव रखते हुए उनकी सेवा करनी चाहिए.

रिम्स में भविष्य की योजनाएं

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान अस्पताल के बुनियादी ढांचे के विकास पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि रिम्स को राज्य का सबसे आधुनिक और सुविधाजनक अस्पताल बनाने की दिशा में कई योजनाएं चल रही हैं. राज्य सरकार अस्पताल की क्षमता बढ़ाने और नई चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए भी काम कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार रिम्स को एक मॉडल अस्पताल के रूप में विकसित करना चाहती है, जहां न केवल राज्य के बल्कि देश के अन्य हिस्सों से भी मरीज इलाज के लिए आ सकें.

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