कोल इंडिया के कर्मियों के लिए दुर्गा पूजा का समय विशेष उत्साह और खुशी लेकर आता है, खासकर बोनस की घोषणा के कारण. कोल इंडिया के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष दुर्गा पूजा पर बोनस को लेकर 29 सितंबर 2024 को दिल्ली में कोल इंडिया मानकीकरण समिति की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें बोनस की राशि पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. संभावना है कि इस बार बोनस की राशि 91,800 रुपए से 93,500 रुपए तक हो सकती है. इस बारे में औपचारिक पत्र सोमवार को जारी होने की उम्मीद है.
पिछले 15 वर्षों में औसत वृद्धि
पिछले डेढ़ दशक पर नजर डालें तो हर साल बोनस की राशि में औसतन 5000 रुपए की वृद्धि देखी गई है. 2009 में सबसे कम वृद्धि 1650 रुपए की हुई थी, जबकि 2014, 2015 और 2023 में सबसे अधिक 8500 रुपए की बढ़ोतरी दर्ज की गई. वर्ष 2023 में कर्मियों को 85,000 रुपए का बोनस मिला था, और इस वर्ष यह राशि 93,500 रुपए तक पहुंच सकती है, यदि अधिकतम वृद्धि के फॉर्मूले को लागू किया गया.
कर्मचारियों की बढ़ती मांग
कोल इंडिया के कर्मियों और यूनियनों की मांग इस बार 1 लाख रुपए तक के बोनस की है. सोशल मीडिया पर भी कर्मियों द्वारा इस मांग को जोर-शोर से उठाया जा रहा है. हालांकि, प्रबंधन और यूनियनों के बीच चल रही वार्ता में ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा. यूनियनों ने प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम के फॉर्मूले को स्वीकार नहीं किया है, जिसके आधार पर इस बार बोनस की राशि 91,800 रुपए तक हो सकती थी. फिर भी, इस मुद्दे पर सहमति के बाद बोनस की सही राशि तय होगी.
पिछले वर्षों के बोनस का विवरण
अगर पिछले कुछ वर्षों के बोनस भुगतान की बात की जाए, तो कोयला कर्मियों को दिए गए बोनस में लगातार वृद्धि देखी गई है. 2007 में जहां 6000 रुपए का बोनस मिला था, वहीं 2016 में यह राशि 54,000 रुपए हो गई थी. इसी तरह, 2010 में बोनस की राशि 15,000 रुपए थी, जो 2014 और 2015 में बढ़कर 40,000 रुपए और 48,500 रुपए हो गई थी. 2023 में अब तक का सबसे अधिक बोनस 85,000 रुपए दिया गया था.
2024 में 93,500 रुपए तक मिलने की संभावना
इस वर्ष कोल इंडिया में अधिकतम 8500 रुपए की बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है. अगर 2023 के 85,000 रुपए के बोनस में 8500 रुपए की वृद्धि होती है, तो यह 93,500 रुपए तक पहुंच सकता है. इस बढ़ोतरी को लेकर कई फॉर्मूलों पर विचार किया जा रहा है, लेकिन इसका अंतिम फैसला 29 सितंबर को मानकीकरण समिति की बैठक में होगा.
कोल इंडिया का बोनस बजट और पूजा बाजार की उम्मीदें
कोल इंडिया का बोनस बजट भी काफी बड़ा होता है. अनुमान के अनुसार, इस साल कोल इंडिया बोनस मद में 1400 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान करेगी, जिसमें से लगभग 700 करोड़ रुपए झारखंड में कार्यरत कोयला कर्मियों को मिलेगा. झारखंड में सबसे अधिक कोयला कर्मी कार्यरत हैं, जिसमें बीसीसीएल, सीसीएल, सीएमपीडीआईएल, ईसीएल और अन्य क्षेत्र शामिल हैं. झारखंड में लगभग 70,000 कोयला कर्मी हैं, जो इस बोनस के हकदार होंगे. कोयला कर्मियों को मिलने वाला बोनस न केवल उनके लिए खुशी का अवसर होता है, बल्कि इससे राज्य के पूजा बाजारों में भी रौनक आ जाती है. स्थानीय व्यापारियों को कोल इंडिया के बोनस का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि इससे दुर्गा पूजा के दौरान बाजार में खपत बढ़ती है और व्यापारियों की बिक्री में उछाल आता है.
बोनस की गणना और संभावना
बोनस की गणना के लिए प्रॉफिट लिंक्ड स्कीम का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन इस पर अभी सहमति नहीं बन पाई है. इसके तहत कर्मियों को इस वर्ष 91,800 रुपए तक बोनस मिलने की संभावना थी, लेकिन यूनियनों ने इसे स्वीकार नहीं किया. यदि इस स्कीम को लागू नहीं किया जाता है, तो प्रबंधन और यूनियनों के बीच चर्चा के बाद अंतिम रूप से तय किया जाएगा कि कर्मियों को कितना बोनस मिलेगा. फिर भी, सभी फॉर्मूलों को मिलाकर देखा जाए तो यह राशि 93,500 रुपए तक पहुंच सकती है, जो कर्मियों के लिए एक बड़ी खुशी की बात होगी.