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बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन की वजह से झारखंड में जनजीवन अस्त-व्यस्त, पलामू-गढ़वा में ऑरेज अलर्ट जारी…..

झारखंड में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव के कारण राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. ज्यादातर नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, और प्रमुख डैम पानी से लबालब हो गए हैं. रांची, बोकारो और जमशेदपुर सहित कई क्षेत्रों में लगातार बारिश ने जनजीवन प्रभावित किया है. खासतौर पर बोकारो जिले के तेनुघाट डैम के आठ फाटक खोलने पड़े, जबकि रांची के कांके डैम का भी जलस्तर बढ़ने के कारण इसके तीन गेट खोले गए हैं. अन्य डैमों जैसे हटिया और गेतलसूद का भी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. आईएमडी के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने डीप डिप्रेशन का केंद्र अब झारखंड के बेहद करीब पहुंच चुका है. इसके कारण 40 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है.

अलर्ट जारी

राज्य में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने पलामू, गढ़वा, लातेहार और सिमडेगा में 17 सितंबर को ऑरेज अलर्ट जारी किया है. वहीं, गुमला, लोहरदगा, खूंटी, चतरा, रांची, बोकारो, हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा और पूर्वी सिंहभूम में भी भारी बारिश की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है. रांची में 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलजमाव हो गया है, जिससे शहर का ट्रैफिक प्रभावित हुआ है. राजधानी के कई निचले इलाकों में पानी भरने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बारिश का रिकॉर्ड

पिछले 24 घंटों के दौरान झारखंड के चतरा जिले के टंडवा में सबसे अधिक 163 मिमी बारिश दर्ज की गई है. इसके अलावा लावालौंग में 145.4 मिमी, सिमरिया में 142 मिमी, धनबाद के मैथन में 140.2 मिमी बारिश हुई है. बोकारो के चंदनकियारी में 110.3 मिमी, लातेहार में 106.5 मिमी और जमशेदपुर में 100.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. राज्य के अन्य हिस्सों में भी 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिसमें गुरबंधा में 121.4 मिमी, गोविंदपुर में 118.4 मिमी, सिंदरी में 112.4 मिमी और पुटकी में 112.4 मिमी शामिल हैं. इसके अलावा मुसाबनी, चाकुलिया, और घाटशिला में भी 100 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.

पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़

भारी बारिश के बाद झारखंड के प्रमुख जलप्रपात जैसे हुंडरू फॉल, जोन्हा फॉल और सीता फॉल पूरी रफ्तार में हैं, जिससे इन स्थानों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ गई है. गेतलसूद डैम के आसपास भी पर्यटकों की संख्या में इजाफा देखा गया, जहां लोग बारिश के पानी में मस्ती कर रहे हैं. झारखंड पर्यटन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष राजकिशोर प्रसाद ने बताया कि झरनों की खूबसूरती और बढ़ गई है, लेकिन पर्यटकों को सावधानी बरतने की हिदायत दी जा रही है.

विमान सेवा पर पड़ा असर

खराब मौसम का असर हवाई सेवाओं पर भी देखने को मिला है. रांची एयरपोर्ट से दिल्ली और मुंबई जाने वाली फ्लाइट्स में काफी देरी हुई है. सोमवार को दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट ने दोपहर 3 बजे के बजाय शाम 5:20 बजे उड़ान भरी. इसी तरह, मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट 4:30 बजे के बजाय 5:35 बजे रवाना हुई. दिल्ली की एक और फ्लाइट 5:30 बजे की जगह 7:35 बजे उड़ान भरी.

आगे की स्थिति

मौसम विभाग ने 23 सितंबर तक रांची सहित राज्य के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई है. हालांकि, 18 सितंबर के बाद मौसम साफ होने की उम्मीद है और तापमान में बढ़ोतरी होगी. अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है. अगले दो दिनों के बाद राज्य के अधिकतर हिस्सों में तापमान में तीन से चार डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है. राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश ने जीवन को प्रभावित किया है. हालांकि, इसके साथ ही मानसून का कोटा लगभग पूरा हो गया है. 16 सितंबर तक राज्य में सामान्य वर्षा का स्तर 927.9 मिमी होना चाहिए था, जबकि अब तक 867.8 मिमी बारिश हो चुकी है, जिससे सिर्फ 6% की कमी रह गई है.

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