रेलवे ने मध्यम और गरीब वर्ग की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जनवरी 2025 से अमृत भारत ट्रेन की शुरुआत करने की घोषणा की है. इस ट्रेन में स्लीपर और जनरल कोचों की व्यवस्था की जाएगी, जिससे आम जनता को आरामदायक और किफायती यात्रा का अनुभव मिलेगा. इस नई ट्रेन सेवा का किराया वंदे भारत एक्सप्रेस के मुकाबले कम होगा, लेकिन सुविधाएं अधिकतर वैसी ही रहेंगी.
टाटानगर में वंदे भारत का उद्घाटन
टाटानगर रेलवे स्टेशन पर आज वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार भी उपस्थित थे. कार्यक्रम के दौरान चेयरमैन ने पत्रकारों के साथ विशेष बातचीत में यह जानकारी दी कि रेलवे, आम जनता की आवश्यकताओं को समझते हुए ‘अमृत भारत ट्रेन’ की शुरुआत कर रही है. चेयरमैन सतीश कुमार ने कहा कि रेलवे केवल एक्जीक्यूटिव क्लास में यात्रा करने वालों का ही नहीं, बल्कि साधारण जनता का भी पूरा ख्याल रखती है. उन्होंने बताया कि जनवरी 2025 से अमृत भारत ट्रेन के जरिए आम जनता को भी वैसी सुविधाएं मिलेंगी जैसी वंदे भारत ट्रेन में मिलती हैं. हालांकि, इसका किराया कम होगा, जिससे मध्यम और गरीब वर्ग के लोग भी आसानी से इस सेवा का लाभ उठा सकें.
वंदे भारत ट्रेनों का बढ़ता जाल
चेयरमैन ने यह भी बताया कि वर्तमान में देशभर में 110 वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं. इसके अलावा 11 नई ट्रेनों का परिचालन जल्द शुरू किया जाएगा, जिससे यह संख्या बढ़कर 121 हो जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार और रेलवे दोनों मिलकर वंदे भारत ट्रेन की संख्या में लगातार इजाफा कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक यात्रियों को इसका लाभ मिल सके.
वंदे भारत में स्लीपर कोच का प्रयोग
सतीश कुमार ने बताया कि रेलवे जल्द ही वंदे भारत ट्रेन में स्लीपर कोच भी शुरू करने जा रही है. इसके लिए एक रैक पहले से ही तैयार किया जा चुका है और मेक इन इंडिया पहल के तहत छह अन्य रैक भी निर्माणाधीन हैं. उन्होंने कहा कि यह कोच यात्रियों को लंबे सफर में और अधिक आराम प्रदान करेगा और इस पहल से लोगों की यात्रा के अनुभव में सुधार होगा. जल्द ही इन रैकों को भी देश को समर्पित कर दिया जाएगा.
बुलेट ट्रेन और मेट्रो की योजनाएं
चेयरमैन ने बताया कि रेलवे बुलेट ट्रेन के लिए भी लगातार प्रयास कर रहा है और आने वाले समय में देश में बुलेट ट्रेन का सपना हकीकत बनने जा रहा है. इसके अलावा, रेलवे देश के विभिन्न शहरों की जनसंख्या और आधारभूत संरचना को ध्यान में रखते हुए वंदे भारत मेट्रो ट्रेन भी शुरू करने की योजना बना रहा है. चेयरमैन के अनुसार, रेलवे द्वारा इन शहरों में सर्वे किए जा रहे हैं ताकि वहां की आवश्यकताओं के आधार पर मेट्रो सेवाओं को शुरू किया जा सके.
सबसे पहले गुजरात से शुरुआत
चेयरमैन ने बताया कि वंदे भारत मेट्रो सेवा सबसे पहले गुजरात में शुरू की जाएगी. इसके बाद इस सुविधा को देश के अन्य शहरों में भी लागू किया जाएगा, जिससे उन क्षेत्रों में बढ़ती जनसंख्या और ट्रैफिक की समस्या को हल किया जा सके. मेट्रो ट्रेनों और उनके स्टेशनों का इंफ्रास्ट्रक्चर पारंपरिक रेलवे स्टेशनों से बिल्कुल अलग होगा और इसे आधुनिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा.