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बोकारो में 200 करोड़ की लागत से बनेगा प्रौद्योगिकी केंद्र, केंद्रीय मंत्री मांझी ने किया शिलान्यास…..

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री जीतन राम मांझी ने झारखंड के बोकारो जिले में 200 करोड़ रुपये की लागत से एक प्रौद्योगिकी केंद्र की स्थापना का वर्चुअल शिलान्यास किया है. यह केंद्र राज्य के एमएसएमई इकाइयों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा और युवाओं के कौशल विकास के लिए कार्य करेगा. मांझी ने कहा कि पूरे देश में 20 प्रौद्योगिकी केंद्रों की स्थापना की जा रही है, जिसमें से एक का शिलान्यास बोकारो में किया गया है. मांझी ने इस अवसर पर घोषणा की कि झारखंड के उद्यमियों के विकास के लिए रैंप योजना के तहत 70 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. इसके अतिरिक्त, धनबाद और रांची में भी एमएसएमई इकाइयों को सहयोग प्रदान करने के लिए विस्तार केंद्र खोले जाएंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड को कुल मिलाकर 500 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी जा रही है, जो राज्य में उद्यमिता और तकनीकी विकास को बढ़ावा देने में मदद करेगी.

एमएसएमई कानक्लेव और पीएम विश्वकर्मा कार्यशाला में की बड़ी घोषणाएं

केंद्रीय मंत्री मांझी ने रांची विवि के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित एमएसएमई कानक्लेव और पीएम विश्वकर्मा कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि देशभर में 100 विस्तार केंद्रों की स्थापना की जा रही है. इनमें से दो केंद्र झारखंड के आइआइटी (आईएसएम) धनबाद और रांची के तकनीकी विश्वविद्यालय में स्थापित किए जाएंगे. ये केंद्र एमएसएमई इकाइयों की आवश्यकताओं के अनुरूप तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे और कौशल विकास के कार्यक्रम चलाएंगे. कार्यशाला के दौरान मांझी ने खुशी जताई कि पांच वर्षों में 30 लाख विश्वकर्माओं को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जबकि मात्र एक वर्ष के भीतर 2.45 करोड़ लोग इससे जुड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि यह बड़ी उपलब्धि है और इस योजना के माध्यम से देश के कारीगरों और श्रमिकों को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी.

एमएसएमई सेक्टर का महत्व और योगदान

केंद्रीय राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने भी इस अवसर पर कहा कि एमएसएमई सेक्टर देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह सेक्टर देश की जीडीपी में लगभग 30 प्रतिशत, विनिर्माण क्षेत्र में लगभग 45 प्रतिशत और निर्यात में लगभग 40 प्रतिशत योगदान देता है. उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर को देश की रीढ़ की हड्डी कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी, क्योंकि यह लाखों लोगों को रोजगार और उद्यमिता के अवसर प्रदान करता है.

राहुल गांधी के बयान पर मांझी की प्रतिक्रिया

इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में दिए गए एक बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने राहुल गांधी के बयान को ‘एंटी नेशनल’ करार दिया और कहा कि घर की बातें बाहर जाकर नहीं करनी चाहिए. मांझी ने कहा कि राहुल गांधी को संसद में अपनी बात रखनी चाहिए थी, बजाय इसके कि वे विदेश में बयान देकर देश की छवि को नुकसान पहुंचाएं. उन्होंने कहा कि देश के आंतरिक मुद्दों को विदेश में उठाना उचित नहीं है और इसे राष्ट्रविरोधी गतिविधि माना जाना चाहिए.

झारखंड के विकास के लिए नई पहल

केंद्रीय मंत्री ने झारखंड के विकास के लिए कई नई योजनाओं की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि राज्य में 500 करोड़ रुपये की योजनाएं लागू की जा रही हैं, जो एमएसएमई इकाइयों के विकास, तकनीकी सहायता और कौशल विकास को बढ़ावा देंगी. मांझी ने कहा कि राज्य में उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए रैंप योजना के तहत 70 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. इसके अतिरिक्त, राज्य के विभिन्न जिलों में तकनीकी और कौशल विकास केंद्र खोले जाएंगे, ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें.

एमएसएमई और तकनीकी केंद्र की भूमिका

बोकारो में स्थापित होने वाला प्रौद्योगिकी केंद्र न केवल एमएसएमई इकाइयों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा, बल्कि यह युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी चलाएगा. इस केंद्र के माध्यम से उद्यमियों को नवीनतम तकनीक और उपकरणों की जानकारी मिलेगी, जिससे वे अपने उत्पादों की गुणवत्ता और उत्पादकता को बढ़ा सकेंगे. इसके अलावा, यह केंद्र राज्य के युवाओं को नवीनतम तकनीकी कौशल सिखाने में भी मदद करेगा, जिससे उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे.

झारखंड में एमएसएमई के विकास की संभावना

झारखंड में एमएसएमई सेक्टर के विकास की अपार संभावनाएं हैं. राज्य में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता और कुशल मानव संसाधन की उपलब्धता इसे उद्यमिता और औद्योगिक विकास के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है. केंद्रीय मंत्री मांझी ने कहा कि झारखंड के एमएसएमई इकाइयों को केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जा रही योजनाओं का पूरा लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं, जिससे राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आर्थिक विकास को गति मिलेगी.

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