रेलवे द्वारा धनबाद से जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू की जा रही है, जो धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग से होकर गुजरेगी. इस रूट पर गरीब रथ एक्सप्रेस को चलाने का निर्णय लिया गया है. इस नई सेवा के लिए रांची-नई दिल्ली गरीब रथ के रैक का उपयोग किया जाएगा. ट्रेन धनबाद, कतरास, चंद्रपुरा, बरकाकाना, और गढ़वा रोड होते हुए उधमपुर तक जाएगी. रेलवे ने इस ट्रेन को वाया दिल्ली चलाने की योजना बनाई है, जिससे धनबाद से दिल्ली की लगभग 25 साल पुरानी मांग भी पूरी हो जाएगी. इस नए रेल मार्ग के शुरू होने से धनबाद से जम्मू-कश्मीर के उधमपुर तक यात्रा करना बहुत ही सरल हो जाएगा, विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए जो वैष्णो देवी की यात्रा करते हैं. धनबाद रेल मंडल ने इस ट्रेन सेवा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस पहल से यात्रियों को लंबी दूरी के सफर में सुविधा और समय की बचत होगी.
रांची-नई दिल्ली गरीब रथ को मिले इकोनमी कोच
रांची से नई दिल्ली जाने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस को अब अत्याधुनिक सुविधाओं वाले इकोनमी कोच मिल चुके हैं. सोमवार को पहली बार रांची से नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) रैक के साथ चली. वहीं, मंगलवार को नई दिल्ली से रांची आने वाली ट्रेन भी इकोनमी कोच के साथ संचालित की गई. पहले चरण में गरीब रथ के एक रैक को एलएचबी में परिवर्तित किया गया है, जिससे यात्रियों को अधिक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा.
वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटना
टाटा से पटना के बीच मंगलवार की सुबह वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल रन किया गया. इस दौरान ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई, जिसने रेलवे महकमे को सकते में डाल दिया. यह घटना धनबाद रेल मंडल के टनकुप्पा से बंधुआ के बीच हुई. घटना के दौरान ट्रेन को कुछ देर के लिए रोका गया और बाद में पटना के लिए रवाना किया गया. पथराव की वजह से एक कोच की खिड़की का शीशा टूट गया था. पटना पहुंचने पर क्षतिग्रस्त कोच के शीशे को ठीक किया गया, जिसके कारण पटना से टाटा के बीच ट्रायल रन में विलंब हुआ. वंदे भारत एक्सप्रेस दो घंटे लेट से शाम 6:58 बजे गोमो पहुंची और पांच मिनट बाद 7:03 बजे रवाना हो गई. इस घटना ने ट्रेन की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, और रेलवे अधिकारियों को सुरक्षा उपायों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है. वंदे भारत एक्सप्रेस, जो भारत की सबसे तेज गति वाली ट्रेनों में से एक है, पर इस तरह की घटना से यात्रियों की सुरक्षा पर भी असर पड़ता है. रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस को इन घटनाओं को रोकने के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है.
टाटा-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन 15 सितंबर को
टाटा-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जाएगा. उद्घाटन समारोह में रेलवे के कई बड़े अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. इस ट्रेन का संचालन शुरू होने से टाटा और पटना के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और यात्रियों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा. वंदे भारत एक्सप्रेस, जिसे सेमी-हाई स्पीड ट्रेन भी कहा जाता है, भारत के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है. इस ट्रेन के चलने से टाटा और पटना के बीच यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. उद्घाटन के बाद, यह ट्रेन नियमित रूप से इस मार्ग पर चलेगी, जिससे दोनों शहरों के बीच यात्री संख्या में वृद्धि होने की संभावना है.