असम के मुख्यमंत्री और भाजपा के विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा ने उत्पाद सिपाही बहाली के दौरान मृत अभ्यर्थियों के परिजनों के लिए बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी की ओर से मृतक अभ्यर्थियों के परिवारों को सम्मान राशि के रूप में एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे. यह घोषणा उन्होंने रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की. सरमा ने कहा कि भाजपा नेता इन परिवारों से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे.
राज्य सरकार से मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग
हिमंता विश्वा सरमा ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि मृतक अभ्यर्थियों के परिवारों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि राज्य सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं करती है, तो भाजपा पार्टी नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग) के पास इस मामले को ले जाएगी. सरमा ने आश्वासन दिया कि भाजपा की सरकार बनने पर मृतक अभ्यर्थियों के परिवारों को न्याय दिलाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर मेडिकल टेस्ट के बाद भी अभ्यर्थियों की मौत हो रही है, तो इस मामले की सीबीआई जांच करानी चाहिए ताकि असल कारणों का पता लगाया जा सके.
भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का सुझाव
हिमंता विश्वा सरमा ने उत्पाद सिपाही भर्ती प्रक्रिया को जल्दबाजी में कराए जाने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार इसे 15 सितंबर तक स्थगित करे, ताकि जलवायु परिवर्तन और मौसम में सुधार के बाद अक्टूबर, नवंबर, और दिसंबर में बहाली प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जा सके. सरमा ने यह भी सुझाव दिया कि अभ्यर्थियों को दौड़ से पहले और बाद में एक-एक गिलास दूध और एक सेव देना चाहिए ताकि उनकी सेहत का ध्यान रखा जा सके. इसके अलावा, उन्होंने मांग की कि रात में आने वाले अभ्यर्थियों के लिए ठहरने की उचित व्यवस्था की जाए.
कोरोना वैक्सीन पर झामुमो के आरोपों का खंडन
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की ओर से यह आरोप लगाया गया था कि कोरोना वैक्सीन की वजह से अभ्यर्थियों की मौतें हो रही हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए हिमंता विश्वा सरमा ने कहा कि ये आरोप पूरी तरह निराधार हैं. उन्होंने बताया कि असम में 20 हजार सिपाहियों की नियुक्ति हुई है और इनमें से किसी की भी मौत नहीं हुई है. इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि अग्निवीर योजना और दूसरे राज्यों में भी सिपाही की बहाली की गई है, जहां से भी किसी मौत की खबर नहीं आई है.
बहाली की अवधि बढ़ाने की मांग
सरमा ने सरकार से अपील की है कि बहाली की अवधि को बढ़ाया जाए और उचित समय पर प्रक्रिया को पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि यदि इस दौरान चुनाव की घोषणा भी होती है, तो भाजपा चुनाव आयोग से अनुरोध करेगी कि परीक्षा को जारी रखा जाए. सरमा ने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से होनी चाहिए, ताकि अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके.