झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका के जामा प्रखंड स्थित पांजनपहाड़ में आयोजित झारखंड मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना के संताल परगना प्रमंडल स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होकर महिलाओं को एक बड़ी सौगात दी. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने दुमका, देवघर, साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़ और जामताड़ा की 7 लाख 32 हजार 906 महिलाओं के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से कुल 73.29 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए.
मुख्यमंत्री का भाषण और योजना की विशेषताएं:
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, “आपका भरोसा और उम्मीद हमें हर मुसीबत और चुनौतियों का सामना करने की ताकत देते हैं. आपकी उम्मीदों और विश्वास से हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं और हर चुनौती का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आधी आबादी को सशक्त करने से ही राज्य की प्रगति संभव है. यही कारण है कि उनकी सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनके जीवन में मुस्कान लाने का प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चार साल पहले कई गांवों में लोग ब्लॉक ऑफिस या एसपी ऑफिस के बारे में नहीं जानते थे. अब उन गांवों में पूरी सरकार पहुंच रही है और बीडीओ, सीओ, डीसी-एसपी और विभागों के सचिव लोगों की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं. जिन समस्याओं का तुरंत समाधान नहीं हो सकता, उनकी जानकारी सरकार तक पहुंचाई जा रही है ताकि ठोस कदम उठाए जा सकें.
सरकारी योजनाओं का गांव-गांव तक पहुंचाना:
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों को सशक्त किए बिना राज्य को मजबूत नहीं बनाया जा सकता. इसलिए उनकी सरकार रांची हेडक्वार्टर की बजाय गांवों और देहात से कार्य कर रही है. “आपकी योजना-आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत गांव-गांव और टोले-टोले में शिविर लगाकर सरकारी योजनाओं से समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को भी जोड़ा जा रहा है. यह कार्यक्रम निरंतर चलेगा और सरकार का प्रयास हर समस्या का समाधान करने का है.
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण नेता और अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बेबी देवी, मंत्री हफीजुल हसन, मंत्री दीपिका पांडेय, मंत्री इरफान अंसारी, सांसद नलिन सोरेन, विधायक प्रदीप यादव, विधायक बसंत सोरेन, विधायक बादल, विधायक दिनेश विलियम मरांडी, विधायक कल्पना सोरेन, जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, प्रमंडलीय आयुक्त लाल चंद दादेल और संताल परगना प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले जिलों के उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक शामिल थे.