रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) परिसर में मंगलवार देर रात एक बड़ी घटना घटी, जब वहां तैनात होमगार्ड जवानों और जूनियर डॉक्टरों के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस मारपीट में लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए, जिनमें होमगार्ड जवान और जूनियर डॉक्टर दोनों शामिल हैं. सभी घायलों का इलाज रिम्स की इमरजेंसी में किया जा रहा है.
घटना की शुरुआत कैसे हुई?
घटना तब शुरू हुई जब रात करीब 11 बजे होमगार्ड के पुरुष और महिला जवान रिम्स परिसर स्थित स्टेडियम में अपने शस्त्रागार से शस्त्र लेने के लिए जा रहे थे. स्टेडियम में ही होमगार्ड के लिए शस्त्रागार बनाया गया है. इस दौरान, रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने एकेडमिक ब्लॉक के पास होमगार्ड जवानों को रोक दिया. जवानों का आरोप है कि उन्हें स्टेडियम में जाने से रोका गया और महिला होमगार्ड के साथ दुर्व्यवहार और छेड़खानी की गई. इसके बाद स्थिति बिगड़ गई और दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई.
पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती
घटना की जानकारी मिलते ही बरियातू थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई. रिम्स परिसर में तनाव को देखते हुए पुलिस के साथ-साथ अतिरिक्त सुरक्षा बल भी तैनात कर दिए गए. घटना के बाद रिम्स के कई अधिकारी और विभागाध्यक्ष भी मौके पर पहुंचे और उग्र जूनियर डॉक्टरों को शांत करने की कोशिश की.
जूनियर डॉक्टरों की मांग
झड़प के बाद सभी जूनियर डॉक्टर एकजुट होकर एकेडमिक ब्लॉक पहुंचे और उन्होंने रिम्स से होमगार्ड जवानों को हटाने की मांग की.
घटना की जांच की जाएगी
रिम्स के अपर अधीक्षक डॉक्टर शैलेश त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक मारपीट की मुख्य वजह का पता नहीं चल पाया है. घटना की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
स्थिति की निगरानी जारी
पुलिस और प्रशासन के वरीय अधिकारी घटनास्थल पर लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. रिम्स परिसर में अभी भी तनावपूर्ण माहौल है, और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.