झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आज 49वां जन्मदिन है. इस खास मौके पर राज्यभर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. मुख्यमंत्री सोरेन ने इस अवसर पर अपने एक्स हैंडल पर एक भावुक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और झारखंड की जनता से एक बड़ा वादा भी किया.
जन्मदिन पर भावुक संदेश..
हेमंत सोरेन ने अपने जन्मदिन के मौके पर अपने हाथ की तस्वीर साझा की और केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने लिखा कि ‘अपने जन्मदिन के मौके पर बीते एक साल की स्मृति मेरे मन में अंकित है – ‘वह है यह कैदी का निशान – जो जेल से रिहा होते वक्त मुझे लगाया गया. यह निशान केवल मेरा नहीं, बल्कि हमारे लोकतंत्र की वर्तमान चुनौतियों का प्रतीक है.’ मुख्यमंत्री ने इस निशान के माध्यम से अपने संघर्ष और जेल में बिताए गए समय की यादों को ताजा किया और इसे लोकतंत्र की चुनौतियों का प्रतीक बताया.
केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप..
हेमंत सोरेन ने अपने संदेश में केंद्र सरकार पर सीधा हमला किया. उन्होंने कहा कि जब एक चुने हुए मुख्यमंत्री को बिना किसी ठोस सबूत, बिना किसी शिकायत और बिना किसी अपराध के 150 दिनों तक जेल में रखा जा सकता है, तो सोचिए आम आदिवासियों, वंचितों और शोषितों के साथ क्या होगा. मुख्यमंत्री ने इस स्थिति को देश की मौजूदा राजनीतिक चुनौतियों का स्पष्ट उदाहरण बताते हुए कहा कि यह दर्शाता है कि किस प्रकार सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है और लोकतंत्र की मूल बातें खतरे में हैं. उन्होंने अपने संदेश में इस बात पर जोर दिया कि यह निशान केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष की निशानी नहीं है, बल्कि यह एक बड़े सामाजिक और राजनीतिक संघर्ष का प्रतीक है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना उनकी खुद की नहीं, बल्कि पूरे समाज की स्थिति की परतें खोलती है, जिसमें वंचित वर्ग और आदिवासी समाज की समस्याओं को उजागर किया गया है.
झारखंड की जनता से वादा..
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संदेश में झारखंड की जनता से एक महत्वपूर्ण वादा भी किया. उन्होंने कहा, “आज के दिन मैं और अधिक कृत संकल्पित हूं कि हर शोषित, वंचित, दलित, पिछड़ा, आदिवासी, और मूलवासी के पक्ष में लड़ाई को और मजबूत करूंगा. मैं हर उस व्यक्ति-समुदाय के लिए आवाज उठाऊंगा, जिसे दबाया गया है, जिसे न्याय से वंचित रखा गया है, और जिसे उसके रंग, समुदाय, खान-पान, पहनावे के आधार पर सताया जा रहा है. हमें एकजुट होकर एक ऐसे समाज का निर्माण करना होगा जहां कानून सभी के लिए समान हो और सत्ता का दुरुपयोग न हो”.
आगे के रास्ते की कठिनाइयां..
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में इस बात पर भी जोर दिया कि आगे का रास्ता आसान नहीं होगा. उन्होंने लिखा कि हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उन्हें विश्वास है कि समाज के विभिन्न वर्ग मिलकर इन चुनौतियों को पार कर सकते हैं. उन्होंने कहा, “हमारे देश की एकता और विविधता में ही हमारी शक्ति है. यदि हम मिलकर काम करें और एकजुट रहें, तो हम इन कठिनाइयों को पार करने में सक्षम होंगे”.
कार्यक्रम और सांस्कृतिक आयोजन..
मुख्यमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर झारखंड के विभिन्न जिलों में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. इन कार्यक्रमों में सांस्कृतिक प्रदर्शनों, पारंपरिक कला-कार्यों, और सामाजिक जागरूकता अभियानों का आयोजन शामिल था. मुख्यमंत्री के समर्थकों और जनता ने इन आयोजनों में बड़ी संख्या में भाग लिया, जो मुख्यमंत्री के प्रति उनके समर्थन और प्रेम को दर्शाता है.
जनता की भावनाएं और प्रतिक्रियाएं..
मुख्यमंत्री के इस भावुक संदेश और संकल्प के बाद जनता की प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं. कई लोगों ने मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर उनके द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और कहा कि यह उनकी प्रतिबद्धता और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है. जनता ने मुख्यमंत्री के वादों को समर्थन देते हुए कहा कि इस प्रकार के संकल्प समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेंगे और झारखंड के विकास के लिए एक नई दिशा प्रदान करेंगे.