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झारखंड: मंईयां योजना’ के 6.92 लाख आवेदन जमा, अब दिसंबर तक जमा होंगे फॉर्म….

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई ‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ राज्य की महिलाओं और युवतियों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और युवतियों को आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे वे अपने और अपने परिवार के लिए आर्थिक रूप से सक्षम हो सकें. इस योजना के तहत राज्यभर से अब तक 6.92 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो बताता है कि राज्य की महिलाओं में इस योजना को लेकर कितना उत्साह है.

योजना के उद्देश्य और महत्व

‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ के तहत महिलाओं को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे रोजगार के अवसरों को पा सकेंगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि यह योजना झारखंड की महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य की महिलाएं कठिन परिस्थितियों का सामना करने के बावजूद अपने परिवारों की जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक निभा रही हैं, और इस योजना के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिल सकेगा.

योजना की प्रगति और आवेदन की प्रक्रिया

योजना की प्रगति को लेकर राज्य सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं. आवेदन की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए राज्यभर में विभिन्न जिलों में सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं. प्रारंभिक तौर पर, आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि पहले ही समाप्त हो चुकी थी, लेकिन महिलाओं की बड़ी संख्या को देखते हुए इसे बढ़ाकर दिसंबर तक कर दिया गया है. यह निर्णय इसलिए लिया गया ताकि वे महिलाएं, जिन्होंने अभी तक आवेदन नहीं किया है, वे भी योजना का लाभ उठा सकें. अब तक, पूरे राज्य से 6.92 लाख आवेदन जमा हो चुके हैं, जिनमें से सबसे अधिक आवेदन खूँटी, कोडरमा, और लातेहार जिलों से प्राप्त हुए हैं. इनमें खूँटी जिले से 10,955, कोडरमा से 15,436, और लातेहार से 30,889 आवेदन शामिल हैं. हालांकि, कुछ जिलों में आवेदन की संख्या अपेक्षाकृत कम है, जैसे चतरा, गुमला, जामताड़ा, पश्चिम सिंहभूम, साहिबगंज, रामगढ़, सिमडेगा, और सरायकेला-खरसावां इन जिलों में आवेदन की संख्या बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने संबंधित अधिकारियों को विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है.

मुख्यमंत्री की नाराजगी और निर्देश

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने योजना की धीमी प्रगति को लेकर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने उन जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया है, जहां आवेदन की संख्या कम है, कि वे आवेदन प्रक्रिया को तेज करें और समय पर पोर्टल पर सभी प्रविष्टियों को दर्ज करें. मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि योजना का लाभ हर उस महिला तक पहुंचना चाहिए, जो वास्तव में इसकी हकदार है. राज्य सरकार ने पोर्टल पर आवेदन दर्ज करते समय सतर्कता बरतने की भी सलाह दी है. महिलाओं को आवेदन करते समय अपने सभी विवरण सही तरीके से भरने की हिदायत दी गई है, ताकि किसी प्रकार की त्रुटि से बचा जा सके और आवेदन प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी हो सके.

महिलाओं का उत्साह और जागरूकता अभियान

राज्य की महिलाओं और युवतियों में इस योजना को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है. योजना के तहत उन्हें विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे अपने लिए रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकेंगी. इस योजना से न केवल महिलाओं को आर्थिक लाभ मिलेगा, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और वे समाज में अपनी पहचान बना सकेंगी. इसके अलावा, राज्यभर में इस योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं. इन अभियानों का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को योजना की जानकारी देना और उन्हें आवेदन करने के लिए प्रेरित करना है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण संभव होगा और वे आत्मनिर्भर बनकर समाज में एक नई पहचान बना सकेंगी.

आगे की योजना और सरकार की प्रतिबद्धता

योजना के तहत आवेदन जमा करने की प्रक्रिया 15 अगस्त तक जारी रहेगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उम्मीद जताई है कि इस अवधि के भीतर और भी अधिक संख्या में महिलाएं इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करेंगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं के कल्याण और उनके जीवन स्तर में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि योजना का लाभ हर पात्र महिला तक पहुंचे, इसके लिए जिला प्रशासन को पूरी तरह सतर्क रहना होगा. उन्होंने सभी जिलों के अधिकारियों को योजना की प्रगति पर नियमित रूप से रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया है, ताकि योजना के क्रियान्वयन में कोई भी बाधा न आए. राज्य सरकार ने सभी संबंधित विभागों को इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि जिन जिलों में योजना की प्रगति संतोषजनक नहीं है, वहां विशेष ध्यान दिया जाए और सुनिश्चित किया जाए कि हर पात्र महिला को योजना का लाभ मिले.

योजना का  प्रभाव और भविष्य की दिशा

‘मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना’ का राज्य की महिलाओं के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ने की संभावना है. इस योजना के तहत महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सक्षम बनेंगी, बल्कि समाज में अपनी पहचान भी स्थापित करेंगी. मुख्यमंत्री ने अंत में राज्य की महिलाओं को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया है. उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ-साथ उनके सम्मान की भी रक्षा करेगी. इसके अंतर्गत, महिलाओं को न केवल आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि वे समाज में एक मजबूत और आत्मनिर्भर नागरिक के रूप में अपनी पहचान भी स्थापित कर सकेंगी. राज्य सरकार महिलाओं के कल्याण और उनके जीवन स्तर में सुधार के लिए प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस योजना के तहत कोई भी पात्र महिला इससे वंचित नहीं रहेगी.

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