झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले नौवीं से 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. राज्य सरकार ने उनकी पोशाक राशि में उल्लेखनीय वृद्धि की है. पहले जहां इन्हें केवल ₹600 मिलते थे, अब यह राशि बढ़ाकर ₹2000 कर दी गई है. इस बढ़ोतरी से राज्य के करीब 13 लाख छात्रों को फायदा होगा.
बढ़ी हुई राशि का प्रावधान
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने इस महत्वपूर्ण घोषणा के दौरान बताया कि नई योजना के तहत राज्य सरकार करीब ₹1.30 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसका उद्देश्य है कि छात्रों को बेहतर और उच्च गुणवत्ता की पोशाकें मिल सकें, ताकि वे गर्व से स्कूल जा सकें और अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें. इस योजना के तहत नौवीं कक्षा में 2.4 लाख, दसवीं में 2.4 लाख, ग्यारहवीं में 52 हजार, और बारहवीं में 48 हजार छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा.
पोशाक में क्या-क्या शामिल होगा
बढ़ी हुई राशि के साथ, छात्र-छात्राओं को मिलने वाली पोशाकों में भी विविधता और गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा. इनमें शर्ट, पैंट, स्कर्ट, साड़ी, सलवार-कुर्ता, स्वेटर, ब्लेजर, जूते और मोज़े शामिल होंगे. सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पोशाकें आरामदायक और टिकाऊ हों, ताकि छात्रों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.
मुख्यमंत्री स्कूल ऑफ एक्सीलेंस योजना
इस नई पोशाक योजना के अलावा, राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री स्कूल ऑफ एक्सीलेंस योजना की भी शुरुआत की है. इसके तहत राज्य के 80 स्कूलों को राष्ट्रीय स्तर की उत्कृष्टता प्राप्त स्कूलों में तब्दील किया जाएगा. इन स्कूलों में छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सके और वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगी बन सकें.
विभागों की तैयारी
शिक्षा मंत्री ने बताया कि विभाग ने सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को इस योजना के सफल क्रियान्वयन के निर्देश दिए हैं. प्रत्येक छात्र-छात्रा का नामांकन और विवरण ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से दर्ज किया जाएगा, ताकि धनराशि का सही और समय पर भुगतान हो सके.
पिछली सरकार की योजना
शिक्षा मंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार की योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले साल 2023-24 में छात्रों को ₹600 दिए जाते थे, जो कि आज के समय में अपर्याप्त था. अब बढ़ी हुई राशि से छात्रों और उनके परिवारों को आर्थिक सहायता मिलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि इससे छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेंगे.
स्कूल प्रशासन की भूमिका
इस योजना के सफल क्रियान्वयन में स्कूल प्रशासन की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी. स्कूल प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक छात्र को सही समय पर पोशाक मिले. इसके लिए, राज्य सरकार ने प्रत्येक स्कूल में एक निगरानी समिति का गठन किया है, जो समय-समय पर समीक्षा करेगी.
छात्र-छात्राओं की प्रतिक्रिया
इस योजना की घोषणा के बाद छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ गई है. एक छात्रा ने बताया कि अब उन्हें स्कूल जाने में और अधिक गर्व महसूस होगा, क्योंकि वे अच्छी और साफ-सुथरी पोशाक पहन सकेंगी. एक अन्य छात्र ने कहा कि इससे उनके परिवार पर आर्थिक बोझ कम होगा और वे अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे.
योजना का महत्व
यह योजना राज्य के विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है. इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि उनकी शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी. राज्य सरकार का यह कदम उनके उज्जवल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है.
योजना के कार्यान्वयन की प्रक्रिया
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने बताया कि इस योजना का कार्यान्वयन एक संगठित और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा. इसके लिए सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं. प्रत्येक छात्र का नामांकन और अन्य विवरण ऑनलाइन दर्ज किए जाएंगे, जिससे कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो और सभी छात्रों को समय पर पोशाक राशि मिल सके.
भविष्य की योजनाएं
शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में और भी सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है. आने वाले समय में और भी नई योजनाओं की घोषणा की जाएगी, जिससे कि राज्य के छात्रों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं मिल सकें. शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने यह भी कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है और आने वाले समय में और भी नई योजनाओं की घोषणा की जाएगी, जिससे राज्य के छात्रों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं मिल सकें.
विशेष ध्यान
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि पोशाक की गुणवत्ता और डिजाइन का भी विशेष ध्यान रखा जाए, ताकि छात्र-छात्राओं को आरामदायक और टिकाऊ पोशाकें मिल सकें. इसके लिए प्रत्येक स्कूल में एक निगरानी समिति का गठन किया गया है, जो समय-समय पर समीक्षा करेगी और सुनिश्चित करेगी कि सभी छात्रों को समय पर और सही पोशाक मिले.
छात्रों और अभिभावकों की खुशी
छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों में इस घोषणा के बाद खुशी की लहर दौड़ गई है. एक छात्रा ने कहा, “अब हमें गर्व के साथ स्कूल जाने का मौका मिलेगा, क्योंकि हमें अच्छी और साफ-सुथरी पोशाकें मिलेंगी.“ एक अन्य छात्र ने कहा, “इससे हमारे परिवार पर आर्थिक बोझ कम होगा और हम अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे. झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले नौवीं से 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. राज्य सरकार ने उनकी पोशाक राशि में उल्लेखनीय वृद्धि की है. पहले जहां इन्हें केवल ₹600 मिलते थे, अब यह राशि बढ़ाकर ₹2000 कर दी गई है. इस बढ़ोतरी से राज्य के करीब 13 लाख छात्रों को फायदा होगा.