मरवाड़ी कॉलेज: फैशन डिजाइनिंग के सिलेबस में बदलाव, बढ़ेंगे रोजगार के मौके…

रांची के मारवाड़ी कॉलेज में हाल ही में शिक्षा विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें फैशन डिजाइनिंग के पाठ्यक्रम में बदलावों पर विचार किया गया. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य फैशन डिजाइनिंग के विद्यार्थियों को बेहतर नौकरी के अवसर प्रदान करना था। कॉलेज ने वर्तमान बीए और एमए सिलेबस में कुछ नए विषयों को शामिल किया है जो छात्रों को रोजगार पाने में मदद करेंगे.

पाठ्यक्रम में बदलाव का उद्देश्य

मरवाड़ी कॉलेज के फैशन डिजाइनिंग विभाग की प्रमुख डॉ. डेज़ी सिन्हा ने बताया कि इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य फैशन इंडस्ट्री में छात्रों को अच्छी कंपनियों में नौकरी पाने में मदद करना है. उन्होंने कहा, “हमने पाठ्यक्रम में ऐसे विषयों को शामिल किया है जो व्यापक रूप से फैशन डिजाइनिंग के अलावा उच्च तकनीकी ज्ञान और क्रिएटिव स्किल्स को प्रोत्साहित करेंगे.“ इन नए विषयों के जरिए छात्र न केवल फैशन डिजाइनिंग में दक्षता प्राप्त करेंगे, बल्कि उन्हें टेक्नोलॉजी और क्रिएटिविटी के क्षेत्र में भी विशेषज्ञता हासिल होगी.

विशेषज्ञों के अनुभव और विचार

इस बैठक में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों ने भी भाग लिया और अपने अनुभव और विचार साझा किए. बाहरी विशेषज्ञों में डॉ. मंजू कुमारी, एसोसिएट प्रोफेसर, पीजी गृह विज्ञान विभाग, रांची विश्वविद्यालय; डॉ. गायत्री साहू, एसोसिएट प्रोफेसर, गृह विज्ञान विभाग, विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हज़ारीबाग; डॉ. सीमा कुमारी, एसोसिएट प्रोफेसर, बिनोद बिहारी कोल्यांचल विश्वविद्यालय, धनबाद; सरवत तिर्की, फैशन टेक्नोलॉजी विकास सेंट जेवियर्स कॉलेज; और मरवाड़ी कॉलेज के फैशन डिजाइनिंग विभाग के हेड डॉ. डेज़ी सिन्हा शामिल थे.

पाठ्यक्रम में नए विषयों का समावेश

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि फैशन डिजाइनिंग के विद्यार्थियों के लिए नए और प्रासंगिक विषयों को शामिल किया जाएगा. इन विषयों में फैशन मार्केटिंग, डिजिटल फैशन डिज़ाइनिंग, टेक्सटाइल साइंस, फैशन इलस्ट्रेशन और फैशन प्रोडक्ट डेवलपमेंट जैसे कोर्स शामिल होंगे. इसके अलावा, छात्रों को इंडस्ट्री के नए ट्रेंड्स और तकनीकों से अवगत कराने के लिए वर्कशॉप्स और सेमिनार्स का आयोजन भी किया जाएगा.

छात्रों के लिए फायदे

इस बदलाव का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि छात्रों को फैशन इंडस्ट्री में बेहतर रोजगार के अवसर मिलेंगे. नए पाठ्यक्रमों के जरिए वे न केवल डिजाइनिंग में कुशल बनेंगे, बल्कि उन्हें मार्केटिंग और बिजनेस की समझ भी होगी. इससे वे खुद का फैशन ब्रांड भी शुरू कर सकते हैं और स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं.

निरंतरता और उन्नति का प्रतीक

मरवाड़ी कॉलेज के इस कदम को निरंतरता और उन्नति का प्रतीक माना जा रहा है. इस बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने पाठ्यक्रम को समृद्ध और अद्यात्मिक बनाने के लिए अपने अनुभव और विचार साझा किए. यह बैठक केवल एक बैठक नहीं थी, बल्कि एक महत्वपूर्ण कदम था जो मरवाड़ी कॉलेज के फैशन डिजाइनिंग विभाग के विद्यार्थियों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद करेगा.

भविष्य की योजनाएं

डॉ. डेज़ी सिन्हा ने बताया कि भविष्य में भी इस तरह की बैठकें आयोजित की जाएंगी, ताकि छात्रों को निरंतर बदलते फैशन ट्रेंड्स और टेक्नोलॉजी के साथ अद्यतित रखा जा सके. उन्होंने कहा, “हमारे उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं और हम चाहते हैं कि हमारे छात्र विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनें.“ मरवाड़ी कॉलेज का यह कदम न केवल फैशन डिजाइनिंग के विद्यार्थियों के लिए लाभकारी है, बल्कि यह पूरे शिक्षा क्षेत्र के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी है. इन बदलावों के माध्यम से छात्रों को न केवल बेहतर शिक्षा मिलेगी, बल्कि उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे. यह बदलाव फैशन इंडस्ट्री में एक नई क्रांति का प्रतीक है, जो आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण साबित होगा.

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