पटना से रांची का सफर अब मात्र सात घंटे में पूरा हाेगा। इसके लिए रेल मंत्रालय 25 अप्रैल से पटना और रांची के बीच वंदे भारत ट्रेन को पटरी पर दौड़ाने जा रहा है। रांची से पटना के बीच वंदे भारत चलाने की तैयारी को लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारियों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए लोको पायलट और क्रू मेंबर को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इस ट्रेन को रांची से पटना के बीच नए रूट पर चलाया जाएगा। ट्रेन रांची, टाटी सिल्वे, बीआईटी मेसरा, बरकाकाना, हजारीबाग होते हुए पटना जाएगी। वंदे भारत ट्रेन सुबह 7:30 बजे रांची से चलेगी और दोपहर दो बजे पटना पहुंचेगी। फिर पटना से दोपहर 3:30 बजे चलकर रात 10:30 बजे रांची पहुंचेगी। टाइमिंग को लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे अधिकारियों से रेल मंत्रालय ने जानकारी मांगी है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि रांची-पटना के बीच वंदे भारत चलाने पर लगभग सहमति बन गई है।
रांची से पटना के बीच वंदे भारत ट्रेन सप्ताह में छह दिन चलाई जाएगी। इस ट्रेन का मेंटनेंस हटिया यार्ड में होगा। इस ट्रेन का प्राइमरी मेंटनेंस रांची में होगा। वहीं, सेकेंडरी मेंटनेंस पटना में होगा। यह झारखंड को मिलने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन होगी। जो दो राज्यों को जोड़ेगी।
अभी पटना से रांची के लिए 4 ट्रेनें हैं और अब पांचवां वंदे भारत..
पटना से रांची के लिए अभी चार ट्रेनें हटिया-पूर्णिया कोर्ट ट्रेन, रांच्ची-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस, हटिया-इस्लामपुर और हटिया-पटना पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस हैं। पटना से रांची के लिए अब पांचवीं ट्रेन वंदे भारत होगी। रांची से टाटी सिल्वे, बरकाकाना, हजारीबाग रेलखंड बनकर तैयार हो गया है। इस नए रूट पर ट्रेन परिचालन को हरी झंडी भी मिल गई है, लेकिन रेलवे इस नए रूट पर सबसे पहले वंदे भारत दौड़ाने वाली है। इसलिए इस रूट पर अभी किसी और ट्रेन को हरी झंडी नहीं दी गई है।