रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे झारखंड के छात्र-छात्राओं की घर वापसी शुरू हो गई है। स्वदेश लौटे छात्र-छात्राएं बेहद डरावनी हकीकत बयां कर रहे हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि हर धमाका जीने की उम्मीद तोड़ने वाला है। जमशेदपुर की हीरा फातिमा और रामगढ़ की अमन तेजस्विनी ने बताया कि उनका सफर काफी मुश्किलों भरा था। यूक्रेन बॉर्डर पार करने में उन्हें और उनके दोस्तों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रोमानिया बॉर्डर पर छात्रों को काफी परेशान किया जा रहा था। सभी को बॉर्डर पार करने की जल्दी थी। अपने वतन लौट कर छात्राएं काफी सुकून महसूस कर रही थीं। इसके लिए उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को तहे दिल धन्यवाद दिया।
वहीं, रांची के दीपाटोली निवासी तृषा ने बताया कि यूक्रेन बॉर्डर से निकलना ही काफी मुश्किलों भरा पल रहा। छात्र काफी डरे और सहमे हुए थे। बॉर्डर पर छात्रों की पिटाई भी की गयी। बीच-बीच में जवान फायरिंग भी कर रहे थे। एंट्री लेने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। भीड़ देख कर एक समय ऐसा लगा कि अब नहीं होगा। लेकिन भगवान का शुक्र, माता-पिता के आशीर्वाद और सरकार के सहयोग से वह अपने घर वापस लौट पायी है। कहा कि भारत के लोगों को यूक्रेन में और रोमानिया में सम्मान के साथ देखा जा रहा था। यह केंद्र सरकार की नीतियों के कारण ही हुआ है।
झारखंड के फंसे लोगों के लिए कंट्रोल रूम..
यूक्रेन में फंसे झारखंड के लोगों के लिए राज्य सरकार ने कंट्रोल रूम खोला है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों से अपील की है कि वहां फंसे लोगों की सूचना कंट्रोल रूम को दें। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में पढ़ने या रोजगार के लिए गये झारखंड के लोगों और उनके परिजनों से अपील है कि वह झारखंड कंट्रोल रूम के दिये गये नंबरों पर संपर्क कर जानकारी दें। राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार के साथ मिलकर सबको हर संभव मदद दी जा रही है।
कंट्रोल रूम के इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क..
0651-2481055, 0651-2480058 0651-2480083, 0651-2482052 0651-2481037,0651-2481188
इन व्हाट्सएप नंबर पर भी कर सकते हैं संपर्क..
9470132591, 9431336427, 9431336398, 9431336472, 9431336432