पलामू जिले के नावा बाजार थाना के पूर्व प्रभारी लालजी यादव का पार्थिव शरीर गुरुवार की सुबह यहां पहुंचा। शव पहुंचने से पहले ही सुबह करीब साढ़े पांच बजे से ही आक्रोशित लोगों ने शहर के साक्षरता चौक को जाम कर दिया। आक्रोशित लोग घटना की सीबीआई जांच कराने एवं पलालू के एसपी, डीटीओ व एसडीपीओ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे। उधर, एंबुलेंस से पलामू से रांची होते हुए शव यहां पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। चार घंटे के बाद बरहेट विधायक सह मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के आश्वासन देने के बाद सड़क जाम कर रहे आक्रोशित लोग माने और जाम हटाया।
पलामू से लालजी के पार्थिव शरीर को लेकर वहां के शहर थाना के 2018 बैच के दारोगा शंकर टोप्पो फोर्स लेकर पहुंचे थे। सुबह करीब 9:25 बजे लालजी यादव का पार्थिव शरीर साक्षरता चौक से कबूतरखोपी स्थित एंबुलेंस से उनके घर पर लाया गया। इधर पहले से घर के बाहर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उनके अंतिम दर्शन के लिए जमा थी। करीब दो घंटे तक पार्थिव शरीर को घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखने के बाद पूर्वाह्न करीब 11:25 बजे अंतिम संस्कार के लिए मुनीलाल श्मशान घाट लाया गया। अंतिम यात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। अंतिम यात्रा के दौरान लालजी यादव के अंतिम दर्शन के लिए सड़क किनारे काफी देर से लोगों को इंतजार करते देखा गया।
लालजी यादव के परिजन ने कहा कि घटना की सीबीआई जांच हो। लालजी आत्महत्या कर ही नहीं सकता है। वहीं आश्रित को जल्द से जल्द मुआवजा व नौकरी और शहीद स्थल बनाया जाए। इस दौरान लोगों ने शहीद लालजी यादव अमर रहे का नारा लगाया। हर किसी की आखें नम थीं। पूरा मोहल्ला गमगीन था।