लोहरदगा में सीआरपीएफ के जवान दिलीप कुमार ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वह सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित पेशरार थाना क्षेत्र के चैनपुर पिकेट में तैनात था। दिलीप कुमार उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के गंगानगर का निवासी था। उसने सुबह छह बजे से आठ बजे तक संतरी की डयूटी की थी। इसके बाद उसने नाश्ता किया और फिर खुद को कंबल से ढककर अपनी राइफल से गले में गोली मार ली। जवान द्वारा आत्महत्या की वजह का पता नहीं चल पा रहा है। पेशरार थाना प्रभारी ऋषिकांत कुमार ने बताया कि जवान ने क्यों आत्महत्या की इसका खुलासा नहीं हो सका है। 34 वर्षीय दिलीप कुमार विवाहित था। यह घटना शुक्रवार को पूर्वाहन 10:20 बजे की है। लाश को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पहले पंचनामा किया फिर लोहरदगा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया। मौके पर सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट आरके मीणा व अन्य अधिकारी पहुंचे और पूरी जानकारी ली। मृत जवान की लाश रांची एयरपोर्ट भेज दी गई है। फ्लाइट से दिलीप का शव उनके पैतृक स्थान पर भेजा जाएगा।
इधर सदर अस्पताल में पहुंचे सीआरपीएफ के अधिकारियों एवं जवानों ने दिलीप कुमार की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह हसमुख एवं मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे। खुद को गोली मारकर आत्महत्या क्यों कर ली, यह समझ से परे है। ड्यूटी खत्म करने के बाद वह अपने साथी जवानों से बातचीत कर कई जवानों से नास्ता करने की बात पूछा। खुद वह भी नास्ता किया और अपने कमरे में चला गया था। इसके बाद उसने गोली मारकर सुसाइड कर लिया।