68वीं राष्ट्रीय स्कूल खेल 2024-25 में झारखंड के खिलाड़ियों ने ताइक्वांडो अंडर-19 प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया. इस प्रतियोगिता में झारखंड की संजना कुमारी ने स्वर्ण पदक जीतकर राज्य का मान बढ़ाया, जबकि अमन मुंडा ने रजत पदक अपने नाम किया. यह प्रतियोगिता मध्य प्रदेश के देवास में आयोजित हुई, जिसमें देशभर से आए खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. झारखंड के इन दोनों खिलाड़ियों की मेहनत और प्रतिभा ने राज्य को गर्व का अनुभव कराया.
संजना कुमारी का स्वर्णिम सफर
अंडर-40 किलोग्राम बालिका वर्ग में खेल रही संजना कुमारी ने अपने सभी मुकाबले शानदार अंदाज में जीते. उन्होंने पहले राउंड में दिल्ली को 2-0 से हराकर प्रतियोगिता की शुरुआत की. इसके बाद प्री-क्वार्टर फाइनल में असम को 2-0 से हराकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए. क्वार्टर फाइनल में उन्होंने तेलंगाना को 2-0 से मात दी. सेमीफाइनल में आंध्र प्रदेश के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा और उन्होंने 2-0 से जीत दर्ज की. फाइनल मुकाबले में उनका सामना हरियाणा की खिलाड़ी से हुआ. संजना ने यह मुकाबला 2-1 से जीतकर स्वर्ण पदक झारखंड के नाम किया. खास बात यह रही कि संजना ने फाइनल में पहुंचने तक एक भी राउंड नहीं गंवाया.
अमन मुंडा की साहसिक लड़ाई
अंडर-59 किलोग्राम बालक वर्ग में खेल रहे अमन मुंडा ने भी अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता. अमन ने अपने शुरुआती मैच में राजस्थान को 2-0 से हराया। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने उत्तर प्रदेश को 2-0 से पराजित किया. क्वार्टर फाइनल में बिहार के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन दमदार रहा और उन्होंने 2-0 से जीत दर्ज की. सेमीफाइनल में दिल्ली को हराकर उन्होंने फाइनल में जगह बनाई. फाइनल मुकाबले में अमन ने सीबीएसई के खिलाड़ी के खिलाफ जबरदस्त संघर्ष किया. हालांकि, तीसरे राउंड में 15-16 के बेहद करीबी अंतर से हारने के कारण उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
पहले दिन का प्रदर्शन
प्रतियोगिता के पहले दिन झारखंड के पांच खिलाड़ियों ने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया. इनमें संजना कुमारी और अमन मुंडा ने अपने-अपने वर्ग में फाइनल में जगह बनाई. झारखंड के खिलाड़ियों का प्रदर्शन इस प्रतियोगिता में शुरुआत से ही बेहद प्रभावशाली रहा.
मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने दी बधाई
संजना कुमारी और अमन मुंडा की इस उपलब्धि पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दोनों खिलाड़ियों को बधाई दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के खिलाड़ियों की यह सफलता राज्य के युवाओं के लिए प्रेरणा है. इसके साथ ही, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन ने भी विजेताओं को शुभकामनाएं दीं. विभागीय सचिव उमाशंकर सिंह, राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक शशि रंजन, प्रशासी पदाधिकारी सच्चिदानंद डी तिग्गा और अन्य अधिकारियों ने भी खिलाड़ियों को उनकी जीत पर बधाई दी.
कोच और टीम का योगदान
झारखंड की ताइक्वांडो टीम के कोच रमेश गिरी, क्वीन ठाकुर और प्रबंधक इम्तियाज हुसैन ने खिलाड़ियों की सफलता में अहम भूमिका निभाई. टीम के अन्य सदस्य कोमल कुमारी और एम. मोदस्सर ने भी इस जीत में योगदान दिया. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद और शारीरिक शिक्षा एवं खेल कोषांग के अन्य सदस्यों ने खिलाड़ियों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
झारखंड का बढ़ा मान
संजना और अमन की इस सफलता ने झारखंड का मान बढ़ाया है. उनके संघर्ष और मेहनत ने साबित किया कि झारखंड के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर भी अपना लोहा मनवाने में सक्षम हैं. ताइक्वांडो जैसे खेल में झारखंड की इस सफलता ने राज्य के अन्य खिलाड़ियों को भी प्रेरित किया है.