अधिवक्ता मनोज झा की 26 जुलाई को रांची के तमाड़ी में अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। सरेशाम हुई वकील मनोज झा की हत्या की गुत्थी अब पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस की ओर से विशेष जांच दल(SIT) ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों ने मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। उनके पास से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल एक हथियार, एक बाइक, एक फॉर व्हीलर और छः मोबाइल को जब्त किया गया है। हालांकि घटना का सरगना अफसर उर्फ लंगड़ा अभी भी फरार है।
गिरफ्तार आरोपी के नाम शकील अंसारी, संजीत मांझी, सोनू अंसारी, रिजवान अंसारी और मुन्ना अंसारी हैं। इनमें दो आरोपी रैकी करने व अधिवक्ता की गतिविधियों पर नजर रख शूटरों को बताने वाले हैं, जबकि अन्य शार्प शूटर हैं। इनका इस्तेमाल अधिवक्ता की हत्या का मास्टर माइंड अफसर आलम उर्फ लंगड़ा ने किया था। जांच में यह बात सामने आया है कि जिस जमीन पर मनोज झा काम कराने गए थे। उस जमीन के नौ एक़ड़ को लंगड़ा अपना बता रहा था।लंबे समय से इसको लेकर विवाद चल रहा था।
अधिवक्ता मनोज झा जेवियर संस्था के लीगल एडवाइजर थे। वह संस्था की 14 एकड़ जमीन पर बन रहे स्कूल का निर्माण कार्य देखने शाम करीब चार बजे अपनी कार से रड़गांव गए थे। मनोज झा जैसे ही निर्माण स्थल पर पहुंचे कि तभी दो बाइक से पांच अपराधी वहां पहुंचे उन्हें गोलियों से भून दिया था।