झारखंड में शिक्षा और रोजगार से जुड़ी दो अहम घोषणाएं हुई हैं. पहली घोषणा राज्य सरकार द्वारा 36 हजार शिक्षकों की बहाली को लेकर है, जो झारखंड के युवाओं के लिए सुनहरा अवसर साबित होगी. दूसरी बड़ी खबर रामगढ़ के राधा गोविंद विश्वविद्यालय में आयोजित पहले दीक्षांत समारोह से जुड़ी है, जहां शिक्षा के महत्व पर जोर दिया गया.
आदित्यपुर में दिशोम बाहा बोंगा उत्सव के दौरान शिक्षा मंत्री ने की बड़ी घोषणा
आदित्यपुर में रविवार को सरना महासभा के तत्वावधान में दिशोम बाहा बोंगा का भव्य आयोजन किया गया. इस दौरान पारंपरिक गीत, संगीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए, जिसे उपस्थित लोगों ने खूब सराहा. कार्यक्रम का शुभारंभ आगंतुक अतिथियों द्वारा दीप जलाकर किया गया. इस मौके पर झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. उनके साथ झामुमो के केंद्रीय सदस्य गणेश चौधरी और लखीचरण किस्कू भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे. इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने घोषणा की कि झारखंड सरकार जल्द ही 36 हजार शिक्षकों की बहाली करने जा रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आदिवासी और मूलवासी समुदाय के विकास के लिए पूरी तरह संकल्पित है और इसी दिशा में लगातार काम कर रही है.
भाजपा शासन में शिक्षा विभाग जर्जर हुआ: रामदास सोरेन
शिक्षा मंत्री ने भाजपा शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व सरकार ने शिक्षा विभाग को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया था. अब राज्य सरकार इसे फिर से पटरी पर लाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार आदिवासी और मूलवासी समुदाय के कल्याण के लिए ठोस कदम उठा रही है. मंत्री रामदास सोरेन ने उपस्थित लोगों को दिशोम बाहा बोंगा की शुभकामनाएं दीं और आपसी प्रेम और भाईचारे की भावना के साथ त्योहार मनाने की अपील की. कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे, जिनमें नायके बाबा दीकूराम मांझी, सावना टुडू, डब्बा मांझी, हरिमोहन टुडू और सुरेंद्र सोरेन शामिल थे.
राधा गोविंद विश्वविद्यालय में पहला दीक्षांत समारोह: शिक्षा के महत्व पर जोर
रामगढ़ जिले के राधा गोविंद विश्वविद्यालय में रविवार को प्रथम दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन किया गया. यह विश्वविद्यालय के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था. इस समारोह में झारखंड की समृद्ध संस्कृति को उजागर करने के लिए एनसीसी कैडेट्स और छात्रों द्वारा पारंपरिक नृत्य-संगीत प्रस्तुत किए गए.
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने किया उद्घाटन
इस समारोह में झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. विशिष्ट अतिथि के रूप में रामगढ़ के उपायुक्त चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक अजय कुमार और पुलिस महानिरीक्षक शैलेंद्र कुमार सिन्हा भी मौजूद थे. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.एन. साह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इसके बाद मुख्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ, प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया गया.
शिक्षा से ही सर्वांगीण विकास संभव: रवींद्र नाथ महतो
समारोह में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. डॉ. निर्मल कुमार मंडल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और उनकी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह समारोह विश्वविद्यालय के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है. मुख्य अतिथि रवींद्र नाथ महतो ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही छात्रों का सर्वांगीण विकास संभव है. उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को बधाई दी और कहा कि झारखंड सरकार उच्च शिक्षा को मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
1152 छात्रों को उपाधियां प्रदान की गईं
• इस दीक्षांत समारोह में कुल 1152 छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में उपाधियां प्रदान की गईं. इनमें पीएचडी, पीजी, यूजी और वोकेशनल कोर्स के छात्र शामिल थे. इस वर्ष 64 छात्र विश्वविद्यालय टॉपर रहे, जिन्हें विशेष सम्मान दिया गया.
• समारोह में प्रति कुलपति प्रो. डॉ. रश्मि ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बी.एन. साह ने समापन अवसर पर सभी शिक्षाविदों और छात्रों को शुभकामनाएं दीं.
शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में झारखंड सरकार का बड़ा कदम
झारखंड सरकार द्वारा 36 हजार शिक्षकों की बहाली और राधा गोविंद विश्वविद्यालय में आयोजित प्रथम दीक्षांत समारोह राज्य में शिक्षा और रोजगार को नई दिशा देने वाले कदम हैं. एक ओर सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए नए शिक्षक नियुक्त कर रही है, वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं. इन दोनों घोषणाओं से झारखंड के युवाओं को न केवल बेहतर शिक्षा मिलेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे.