डुमरी: डुमरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक जयराम महतो की जान को खतरा होने की आशंका जताई गई है। इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियों में हलचल तेज हो गई है। जयराम महतो की पार्टी झारखंड लोककल्याण मोर्चा (जेएलकेएम) के केंद्रीय सचिव राजदेश रतन ने इस विषय पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। पत्र में जयराम महतो को Z प्लस श्रेणी की सुरक्षा देने की मांग की गई है।
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27 खतरनाक कमांडो रहेंगे सुरक्षा घेरे में
सूत्रों के अनुसार, अगर गृह मंत्रालय से स्वीकृति मिलती है तो जयराम महतो की सुरक्षा में जल्द ही 27 प्रशिक्षित और खतरनाक कमांडो तैनात किए जाएंगे। इन कमांडोज़ में एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड), सीआरपीएफ, आईटीबीपी और राज्य पुलिस के जवान शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि यह सुरक्षा घेरा किसी भी संभावित खतरे से जयराम महतो को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करेगा।
क्या होती है Z प्लस सुरक्षा?
Z प्लस सुरक्षा भारत सरकार द्वारा विशिष्ट व्यक्तियों को दी जाने वाली सर्वोच्च सुरक्षा श्रेणी में से एक है। इसमें कुल 36 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं, जिनमें शामिल होते हैं:
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10 या अधिक एनएसजी कमांडो, जो बुलेटप्रूफ जैकेट और अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं।
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आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान, जो कड़ी निगरानी और गश्त करते हैं।
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स्थानीय पुलिस बल के अधिकारी, जो राज्यस्तरीय सुरक्षा का समर्थन करते हैं।
कौन-कौन होते हैं पात्र?
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उपराष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री
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उच्चतम और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश
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राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री
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प्रमुख राजनेता, कलाकार और खिलाड़ी
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अन्य विशिष्ट नागरिक जिनकी जान को गंभीर खतरा हो
जयराम महतो को क्यों है खतरे की आशंका?
राजदेश रतन द्वारा लिखे गए पत्र में बताया गया है कि जयराम महतो कई संवेदनशील मुद्दों को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं और भ्रष्टाचार व माफियागिरी के खिलाफ मुखर हैं। इसके चलते उन्हें कई बार धमकियाँ भी मिल चुकी हैं, जो उनकी जान को खतरे का संकेत देती हैं।
अब यह देखना अहम होगा कि गृह मंत्रालय इस पर क्या निर्णय लेता है और जयराम महतो को देश की सर्वोच्च सुरक्षा श्रेणियों में से एक, Z प्लस सुरक्षा मिलती है या नहीं।