झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है. राज्य सरकार ने चार प्रमुख मेडिकल कॉलेजों – पलामू, हजारीबाग, दुमका और धनबाद में कुल 2000 बेड बढ़ाने की योजना बनाई है. वर्तमान में इन चारों कॉलेजों में कुल 1560 बेड हैं, जिन्हें बढ़ाकर 3560 किया जाएगा. इससे मरीजों को इलाज के लिए बेड की कमी से जूझना नहीं पड़ेगा.
हर मेडिकल कॉलेज में इतनी होगी बेड की बढ़ोत्तरी
• पलामू: 360 से बढ़ाकर 860 बेड
• हजारीबाग: 400 से बढ़ाकर 900 बेड
• दुमका: 300 से बढ़ाकर 800 बेड
• धनबाद: 500 से बढ़ाकर 1000 बेड
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने बताया कि इस योजना को वित्तीय वर्ष 2025-26 में ही पूरा कर लिया जाएगा. इसकी कार्ययोजना पहले ही तैयार कर ली गई है और इसे बजट भाषण में भी शामिल किया गया था. सभी मेडिकल कॉलेजों, सिविल सर्जनों और संबंधित पदाधिकारियों को कार्ययोजना भेज दी गई है ताकि समयबद्ध ढंग से इसे लागू किया जा सके.
सुविधाएं होंगी और भी अत्याधुनिक
केवल बेड की संख्या ही नहीं बढ़ेगी, बल्कि इन कॉलेजों में अत्याधुनिक सेंट्रलाइज्ड मॉडर्न लैब की भी स्थापना की जाएगी. इस लैब में मरीजों को एक ही स्थान पर पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी से जुड़ी सभी जांच की सुविधाएं मिलेंगी, ताकि उन्हें इधर-उधर भटकना न पड़े. MRI, CT स्कैन और डिजिटल एक्स-रे जैसी आधुनिक जांच सुविधाएं सभी चारों मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध कराई जाएंगी.
धनबाद में अतिरिक्त सुविधाएं
धनबाद के एसएनएमसीएच में तीन पीजी भवनों का जीर्णोद्धार कर 300 बेड वाले अस्पताल की शुरुआत की जाएगी. इसके अलावा, 200 बेड वाला सुपर स्पेशियालिटी ब्लॉक भी शुरू किया जाएगा. इससे धनबाद में कुल बेड की संख्या 500 से बढ़ाकर 1000 हो जाएगी.
ऑपरेशन थिएटर होंगे मॉड्यूलर
अपर मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि चारों मेडिकल कॉलेजों में जितने भी ऑपरेशन थिएटर हैं, उन्हें मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर में बदला जाएगा. साथ ही फेको विधि से आंख के ऑपरेशन की सुविधा भी शुरू की जाएगी. यह तकनीक आंखों की सर्जरी को अधिक सटीक और सुरक्षित बनाती है.
एमजीएम, जमशेदपुर में भी बढ़े बेड
जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में भी अब 751 बेड वाले नए अस्पताल भवन में इलाज शुरू हो चुका है, जिससे वहां कुल बेड की संख्या 1251 हो गई है. इससे राज्य में टर्शियरी हेल्थ केयर की सुविधाएं और भी बेहतर होंगी.