नामकुम के सिदरौल में ट्रक चालकों से जबरन पैसा वसूली करने वाले 16 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये लोग झारखंड स्टेट मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड के माइनिंग अफसर बनकर बालू लदे ट्रकों से पैसे वसूलते थे।
पुलिस ने इनके पास से एक अमेरिकन पिस्टल सहित चार 7.65 एमएम का पिस्टल, 75 गोली, वसूले गए 14 हजार रुपए व घटना में प्रयुक्त दो बोलेरो गाड़ी (जेएच 01इइ 9227) को भी (जेएच 01इइ 1783) जब्त किया है। पिस्टल का लाइसेंस जम्मू कश्मीर का बताया जा रहा है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
गिरफ्तार लोगों में सात हरियाणा, तीन पंजाब , दो पश्चिम बंगाल व चार झारखंड के रहने वाले हैं। इनमें रंजीत सिंह, प्रशांत शर्मा , मोहन , राहुल कुमार , अनुज, मनीष कुमार व संदीप हरियाणा के रहने वाले हैं। जबकि बलवेंदर सिंह, श्रवण सिंह, मेजर सिंह पंजाब के रहने वाले हैं। वहीं संजीव सिंह, सोलेन दत्ता पश्चिम बंगाल के निवासी है। इनके अलावा भगवान चौधरी, सूरज कुमार खेलारी व सुबोध कुमार हजारीबाग के इचाक का रहनेवाला है। जबकि मयूर जेठवा धनबाद के झरिया का निवासी है।
उक्त जानकारी रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि वरीय पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली थी कि कुछ लोग माइनिंग अधिकारी बनकर चालान के नाम पर बालू लदे ट्रक चालकों से पैसा वसूल रहे हैं। पैसा नहीं देने वाले चालकों की पिटाई भी की जा रही है। इसी सूचना के बाद नामकुम थाना प्रभारी प्रवीण कुमार एवं खरसीदाग ओपी ने सिदरौल से उक्त लोगों को गिरफ्तार किया। इस गिरोह का सरगना हरियाणा का रंजीत सिंह है।
नामकुम में ट्रक चालक को पीटा था :
मामले की जांच में सामने आया कि इस गिरोह के सदस्यों ने होली से एक-दो दिन पहले नामकुम क्षेत्र में बालू लदे ट्रक चालक की पिटाई की थी। इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस इस गिरोह की तलाश में थी। मंगलवार की रात सटीक सूचना मिलने पर पुलिस ने सभी को सिदरौल से पकड़ लिया।
सिदरौल, नामकुम निवासी ट्रक मालिक विनोद कुमार साह ने उक्त सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी। उन्होंने बताया कि सिदरौल में बालू ट्रक चालक को रोककर चालान की मांग की थी। चालान नहीं दिखाने पर मारपीट की व पैसा वसूला था। वहीं फर्जी माइनिंग अधिकारियों ने सदाबहार चौक पर ट्रक मालिकों को डराने के लिए चलती ट्रक पर फायरिंग भी की थी। पुलिस ने इनका पीछा किया तो वे लोग बुंडू की ओर भाग गये थे।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि वे लोग अशोक नगर स्थित राजदीप इंटरप्राइजेज नामक कंपनी के कर्मचारी हैं। इनका कहना है कि बालू खनन के लिए मैन पावर सप्लाई को लेकर झारखंड स्टेट मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड से राजदीप इंटरप्राइजेज का एमओयू हुआ है।इन लोगों ने बताया कि वे लोग माइनिंग अफसर बन कर ट्रक चालकों से वसूली करते थे। पैसा नहीं देने वाले चालकों की पिटाई भी करते थे। इसके लिए टीम में खास तौर पर छह-सात बाउंसर रखे गये थे, जो हरियाणा और पंजाब के रहने वाले हैं।
जबकि पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रांची में अभी बालू खनन का लीज सरकार द्वारा किसी को नहीं दिया गया है। ऐसे में बालू खनन स्थल पर मैन पावर सप्लाई की बात कहां आती है। पुलिस बरामद अमेरिकन पिस्टल के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।