झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता हाथ लगी है | टोकलो थाना क्षेत्र अंतर्गत लांजी गांव के जंगल पहाड़ी में आईईडी ब्लास्ट के मामले में दस नक्सलियों को गिरफ्तार किया है |आपको बता दें कि बीते दिनों इस ब्लास्ट में तीन जवान शहीद हो गये थे | इस घटना के बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन के दौरान इन नक्सलियों को गिरफ्तार किया है | इनमें दो हार्डकोर नक्सली हैं |
सिंहभूम कोल्हान प्रक्षेत्र के डीआइजी राजीव रंजन ने मीडिया को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किये गये नक्सली माओवादी दस्तों के हथियार एवं गोला बारूद को लेकर आने -जाने का काम करते थे | साथ ही, उन्हें प्लांट करने से लेकर बारूदी सुरंग के विस्फोट के काम में भी शामिल थे | डीआइजी राजीव रंजन ने बताया कि लांजी के इलाके में महाराज प्रमाणिक और आनंद के दस्तों के सक्रिय होने की सूचना मिली थी | जिसके बाद सीआरपीएफ एवं जिला पुलिस की टीम ने नक्सलियों को पकड़ने में बड़ी कामयाबी हासिल की है |
डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने पत्रकारों को बताया की नक्सलियों द्वारा किये गये हमले में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक के द्वारा टीम गठित कर अनुसंधान शुरू किया गया | जिसमें पुलिस ने रमाई हांसदा को गिरफ्तार किया था | नक्सल रमाई हांसदा से पूछताछ के दौरान उसने बताया कि भाकपा माओवादी के अनल दा उर्फ पति राम मांझी व महाराजा प्रमाणिक के कहने पर उसने अपने सहयोगियों के साथ पाइप वाला आईडी बम लांजी जाने वाले रास्ते में लगाया था | उसने बताया कि बम लगाने के बाद दूसरे दिन सुबह में नक्सली गैंग पुलिस बल के आने का इंतजार कर रहे थे और एक अन्य सहयोगी पेड़ में चढ़कर पुलिस बल की सूचना दे रहा था | जिसके बाद जैसे ही इन लोगों ने पुलिस को देखा उन्होंने अन्य सहयोगियों की मदद से बैटरी लेकर इनके इशारे का इंतजार करते हुए सुरक्षाबलों को आता देखकर विस्फोट कर दिया | इस आईईडी विस्फोट में सुरक्षाबल के जवान घायल हो गये और उसके बाद यह लोग वहां से भाग निकले थे | गिरफ्तार सभी अभियुक्तों ने आइईडी विस्फोट तथा उस दौरान पुलिस बल पर निगरानी रखने, उसकी सूचना देने, मोबाइल मुहैया कराने और अन्य जरूरत के सामानों को सही समय पर पहुंचा कर भाकपा माओवादियों के उग्रवादियों का सहयोग करने की बात स्वीकार की है |